ग्वालियर जाेन एडीजी ने पुलिस अफसरों से कहा- ग्रामीण क्षेत्र में करें गुंडों पर कार्रवाई, पेट्रोलिंग बढ़ाएं
पंचायत चुनाव को लेकर ग्वालियर जोन के एडीजी डी. श्रीनिवास वर्मा ने पुलिस अफसरों की बैठक शनिवार को पुलिस कंट्रोल रूम में ली।
ग्वालियर, । पंचायत चुनाव को लेकर ग्वालियर जोन के एडीजी डी. श्रीनिवास वर्मा ने पुलिस अफसरों की बैठक शनिवार को पुलिस कंट्रोल रूम में ली। उन्होंने पुलिस अफसरों से कहा- ग्रामीण क्षेत्र में अब पेट्रोलिंग बढ़ाएं और गुडों पर कार्रवाई करें। साथ ही ऐसे लोगों को चिह्नित करें जो चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई शुरू करें।
बैठक में उपस्थित पुलिस अफसरों से एडीजी वर्मा ने कहा पुलिस का प्रत्येक दिन चुनौती पूर्ण होता है। खुद सुरक्षित रहकर ईमानदारी से ड्यूटी करें। पंचायत चुनाव के दौरान शहर की पुलिसिंग से देहात की पुलिसिंग बिल्कुल अलग है। इसलिए देहात के सभी थाना प्रभारी चुनाव को देखते हुए अपने क्षेत्र में अधिक काम करें। बैठक में एसएसपी अमित सांघी ने थानावार लंबित महिला अपराधों की समीक्षा की। बैठक में हाल ही में पदोन्नत हुए पुलिस अफसरों को रैंक लगाकर एडीजी ने अफसरों को बधाई दी। इस दौरान एएसपी अभिनव चौकसे, एएसपी दक्षिण मृगाखी डेका, एएसपी पश्चिम सतेंद्र सिंह तोमर, एएसपी क्राइम राजेश दंडोतिया, एएसपी देहात जयराज कुबेर, प्रशिक्षु आइपीएस सियाज केएम सहित अन्य पुलिस अफसर मौजूद थे।
फर्जी तरीके से ऋण लेने वाले आरोपित को 3 साल की सजाः अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने फर्जी तरीके से ऋण लेने वाले योगेंद्र गुप्ता को तीन साल की सजा सुनाई है और पांच हजार रुपये का अर्थदंड लगाया है। अपर लोक अभियोजक घनश्याम मंगल ने बताया कि जीसीएम कंट्रक्शन ने योगेंद्र गुप्ता को लेनदेन के लिए अधिकृत किया था। वर्ष 2003 में उन्होंने दो बार में 10-10 लाख का दो बार ऋण लिया। इस फर्म की साझेदार गोमतीबाई का निधन हो गया। उसके निधन होने के बाद फर्म का विघटन हो गया तो योगेंद्र ने जो ऋण लिया, उसका राजफाश हो गया। विघटन के समय 15 लाख फर्म पर ऋण बकाया था। इसकी शिकायत कोतवाली थाने में हुई। पुलिस ने योगेंद्र गुप्ता, ओमप्रकाश गुप्ता, ममता गुप्ता, इंदु गुप्ता को आरोपित बनाया। गवाही व साक्ष्य के आधार पर तीन आरोपितों को कोर्ट ने दोषमुक्त कर दिया, लेकिन योगेंद्र गुप्ता को दोषी मानते हुए तीन साल की सजा सुनाई है।