कैसे निकालें रुपए, एटीएम के की-पैड ही घिस गए
– शहर के अधिकांश एटीएम के हाल बुरे, रुपए निकालने के की-पेड से नंबर हो चुके गायब, लोग होते रहते हैं परेशान
– एटीएम के अंदर हर समय पड़ा रहता है कचरा
ग्वालियर. एटीएम से कैश निकालने में इन दिनों आमजन को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। वजह है रुपए निकालने के लिए उपयोग में आने वाला एटीएम का की-पेड। शहर के अधिकांश एटीएम में रुपए निकालने के लिए लगाए गए की-पेड इतनी बुरी तरह से खराब हो चुके हैं कि उनमें लिखे डिजिट ही गायब हो गए हैं। ऐसे में रुपए निकालने के लिए पहुंचे ग्राहक गलत पासवर्ड दबा देते हैं। घिसे-पिटे की-पेड के कारण लोगों को रुपए निकालने में देर लगने के साथ-साथ काफी परेशान होना पड़ता है। वहीं जिन बैंकों के एटीएम लगे हैं उनके अधिकारियों और एटीएम मशीन को ऑपरेट करने वाली कंपनियां भी इस ओर ध्यान नहीं देती है।
40 से 50 हजार का आता है की-पेड
शहर में अकेले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के 225 एटीएम लगे हैं और बाकी निजी व सरकारी बैंकों के करीब 400 से अधिक एटीएम काम कर रहे हैं। अधिकांश एटीएम कंपनियां ऑपरेट कर रहीं हैं और ये पुराने भी हो चुके हैं। वहीं एटीएम में लगने वाले की-पेड बदलने का खर्च करीब 40 से 50 हजार रुपए का आता है। ऐसे में की-पेड को बदला भी नहीं जाता है। कुछ एटीएम पर तो डिजिट के लिए स्केच पेन से भी नंबर लिख दिए जाते हैं। वहीं अधिकांश एटीएम में कचरा भी पड़ा रहता है। एटीएम के कचरे को भी साफ नहीं किया जाता है।
हर तीन महीने में बदलते हैं
एटीएम में लगे की-पेड को हर तीन महीने में बदला जाता है। कई कस्टमर की-पेड में लगे स्टीकर को भी निकाल देते हैं, ऐसे में दूसरे लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। वैसे की-पेड काफी महंगा भी आता है।
– दिव्य कुमार रॉय, हेड, एफएसएस