कट्टा अड़ाकर नोंचते रहे शरीर, थाने में पुलिस गैंगरेप पीड़िता से बोली-तुझे ही जेल में डाल देंगे
- महिला को कार में बंधक बनाकर पहाड़ी पर ले गए, किया गैंगरेप, 3 पर केस दर्ज…
गैंगरेप पीड़िता की जुबानी दर्द की पूरी कहानी…
मैं बच्चे के कपड़े लेने बाजार जा रही थी। रॉक्सीपुल के पास टमटम गाड़ी से उतरी तो स्कॉर्पियों सवार तीन युवकों ने मुझे जबरदस्ती खींच लिया। बदमाशों ने मुझ पर कट्टा तान दिया और गुड़ा-गुडी का नाका पहाड़ी पर ले गए। यहां कट्टे की नोक पर तीनों मेरे शरीर को नोंचते रहे। वारदात के बाद DIAL 100 कॉल किया। पुलिस की गाड़ी लेकर माधवगंज थाने पहुंची। यहां मेरी मदद करने के बदले पुलिस वाले मुझसे बोले-भाग जा यहां से वापस आई तो तुझे ही जेल में डाल देंगे। पुलिस मदद करने के बदले मुझे डरा रही थी। मेरा ससुराल वालों ने मुझे निकाल दिया। बीच में मन करा कि बच्चे को मारकर खुद फांसी पर लटक जाऊं, लेकिन फिर लगा कि आरोपियांे को सजा दिलाए बिना पीछे नहीं हटूंगी। कई बार रोना आया तब एसएसपी साहब के पास पहुंची और माधवगंज थाने में सुनवाई हुई। जैसा पीड़ित विवाहिता ने दैनिक भास्कर को बताया।
यह है पूरा मामला
माधौगंज निवासी 22 वर्षीय महिला 29 मई की रात 8:30 बजे जरूरी कार्य से महाराज बाड़ा जा रही थी। रॉक्सी पुल पर टमटम से उतरते ही आरोपी रवि गुर्जर स्कॉर्पियो से आया और उसे जबरन स्कार्पियों में बैठा लिया। कार में पहले से हो उसके दो साथी मौजूद थे। तीनों हथियार दिखाकर उसे गुड़ा गुड़ी की पहाड़ी पर ले गए और यहां गैंगरेप किया। महिला पहले रवि गुर्जर के मकान में किराए से रहती थी। पर कुछ समय पहले उसने उसकी खराब नीयत के चलते मकान खाली कर दिया था। महिनस कस कहना है कि उसने आरोपियों से बचने के लिए काफी प्रयास किया था, लेकिन आरोपियों ने उसकी एक नहीं सुनी। उसके सीने पर कट्टा अड़ाकर बारी-बारी से तीनों युवकों ने उससे दुष्कर्म किया।
धमकाकर राजीनामा भी कर लिया था
पीड़िता ने बताया था कि घटना की रिपोर्ट करने से पहले आरोपियों ने उससे धमकाकर जबरन राजीनामा पर हस्ताक्षर भी करा लिए थे और आरोपियों ने इसका VIDEO भी बना लिया था। महिला ने यह भी बताया है कि पहले वो मामला दर्ज कराने थाने पहुंची थी, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। पुलिस उल्टा उस पर ही मामला दर्ज करने की बात कह रही थी। पुलिस ने भी उसे परेशान किया।
महिला का पति ससुराल वालों ने छोड़ा
– पीड़ित विवाहिता ने बताया कि इस घटना के बाद उसके पति ने भी उसे छोड़ दिया है। ससुराल वालों ने घर से बाहर निकाल दिया है। जिसके बाद वह बेसराहा हो गई है।
आत्महत्या का भी विचार आया था मन में…
पीड़िता ने बताया कि घटना के बाद जब पुलिस ने भी उसकी नहीं सुनी तो वह टूट सी गई थी। उसको लगा कि अब उसका कुछ नहीं हो सकता। एक समय के लिए तो उसे लगा कि बच्चे को मारकर वह भी खुदकुशी कर ले, लेकिन फिर अगले ही पल मन में आया कि उसके साथ गलत काम करने वालों को आजादी से नहीं घूमने देगी।