कमलाराजा, जिला अस्पताल व बिरला नगर प्रसूतिगृह में भर्ती महिलाएं और बच्चे गर्मी से हो रहे बेहाल, घर से लाने पड़ रहे कूलर और पंखे

शहर के 3 सरकारी अस्पतालों में प्रसूता वार्ड व शिशुरोग विभाग में भर्ती महिला व बच्चों का 44 डिग्री की गर्मी में बुरा हाल है। केआरएच, जिला अस्पताल मुरार व बिरला नगर प्रसूतिगृह के वार्ड में भर्ती महिला व बच्चों के लिए गर्मी में किस तरह के इंतजाम किए गए हैं। इसकी हकीकत बुधवार को भास्कर के रिपोर्टर ने जानी।

यहां भर्ती मरीजों के अटेंडेंट अपने घरों से कूलर व पंखे लेकर आए थे, जिसे मरीजों के बेड के पास लगाया गया था, जिससे उन्हें गर्मी से राहत मिल सके। पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड व शिशु रोग विभाग में कहीं 10 से 15 बेड वाले हाल में एक कूलर लगा मिला तो कहीं बंद।

कूलर बंद, पंखा लेकर आए अटेंडेंट

बुधवार को दोपहर के 12:55 बजे भास्कर की टीम यहां पहुंची। पीआईसीयू के सामने स्थित शिशु रोग विभाग में भर्ती बच्चे गर्मी से बेहाल थे। यहां रखा कूलर बंद था। सूबे की गोठ निवासी कविता ने बताया कि उनकी बेटी 10 दिन से यहां भर्ती है।

भीषण गर्मी में बिटिया नींद भी नहीं ले पा रही थी। इससे घर से टेबल फैन लेकर आए हैं। वहीं चमन सिंह का कहना था कि उनका भांजा भर्ती है। कूलर खराब होने की शिकायत भी डॉक्टरों से की। लेकिन किसी ने नहीं सुनी तो घर से टेबल फैन लेकर आए, जिससे बीमार बच्चे को गर्मी से थोड़ा राहत मिल सके।

पत्नी व बच्चे के लिए कूलर घर से लेकर आए

जिला अस्पताल मुरार में बुधवार को दोपहर 2:20 बजे प्रसूता वार्ड नंबर एक पर भर्ती महिलाएं व बच्चे गर्मी से परेशान दिखे। कुछ मरीजों के परिजन घर से कूलर लेकर आए थे। जबकि कुछ ऐसे थे जो कूलर का इंतजाम नहीं कर सके।

जिला अस्पताल मुरार की यह स्थिति तब है जब परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा देशभर के जिला अस्पतालों के प्रसूतिगृह में उपलब्ध सुविधाओं का सर्वे कराया गया। जिसमें जिला अस्पताल मुरार का लेबर रूम व मेटरनिटी ऑपरेशन थिएटर प्रदेश में टॉप पर आया है।

गर्मी से बचाव के लिए घर से फैन लेकर आए

बुधवार को दोपहर करीब 2:50 बजे बिरला नगर प्रसूतिगृह में न्यू बोर्न स्टेबलाइजेशन यूनिट नंबर 8 में भर्ती प्रसूताएं व बच्चों के लिए दो अटेंडेंट घर से टेबल फैन लेकर आए थे। कोटेश्वर निवासी मुन्नीदेवी ने बताया कि उनके बहू के बच्चा हुआ है जो पीलिया से ग्रसित हो गया था। यहां एक कूलर व सीलिंग फैन चल रहे हैं। लेकिन हॉल बड़ा होने से यह काफी नहीं है।

अस्पताल के प्रभारियों के तर्क- कूलर ठीक करने की जिम्मेदारी ईएंडएम की है

बाल एवं शिशुरोग विभाग का कूलर खराब है। इसकी मुझे जानकारी नहीं है। कूलर ठीक कराने की जिम्मेदारी विद्युत एवं अभियांत्रिकी विभाग (ईएंडएम) के इंजीनियर की है।
-डॉ. आरकेएस धाकड़, अधीक्षक, जेएएच समूह

जुलाई तक बजट आएगा तब एसी लगवाएंगे

​​​​​​​अभी बजट का अभाव है। लेकिन जुलाई तक बजट आएगा, जिसके बाद प्रसूता वार्ड में भी एसी लगवाएंगे। -डॉ. राजेश शर्मा, सिविल सर्जन

एसी लगवाने का प्रस्ताव भेजा है

प्रसूता व बच्चे गर्मी से बेहाल न हो इसके लिए एसी लगवाने का प्रस्ताव बनाकर सीएमएचओ कार्यालय को 10 दिन पहले भेजा है। -डॉ. सुप्रिया रोहित, प्रभारी, बिरला नगर प्रसूतिगृह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *