Kidney Racket …. कॉरपोरेट कल्चर पर काम करता था रैकेट, डॉक्टर से लेकर टेक्नीशियन तक की बंटी थी जिम्मेदारी और कमाई
Kidney Racket: कॉरपोरेट कल्चर पर काम करता था रैकेट, डॉक्टर से लेकर टेक्नीशियन तक की बंटी थी जिम्मेदारी और कमाई…….
![Kidney Racket: कॉरपोरेट कल्चर पर काम करता था रैकेट, डॉक्टर से लेकर टेक्नीशियन तक की बंटी थी जिम्मेदारी और कमाई गिरफ्तार आरोपी और इनसेट में अस्पताल जहां होता था खेल](https://spiderimg.amarujala.com/cdn-cgi/image/width=414,height=233,fit=cover,f=auto/assets/images/2022/06/03/750x506/kidney-racket_1654232502.jpeg)
![Kidney Racket: कॉरपोरेट कल्चर पर काम करता था रैकेट, डॉक्टर से लेकर टेक्नीशियन तक की बंटी थी जिम्मेदारी और कमाई गोहाना का वो अस्पताल जहां से चलता था किडनी रैकेट](https://spiderimg.amarujala.com/cdn-cgi/image/width=414,height=233,fit=cover,f=auto/assets/images/2022/06/03/750x506/kidney-racket_1654232562.jpeg)
किडनी रैकेट कॉरपोरेट कल्चर पर काम करता था-
शैलेष पटेल, सरबजीत जैलवाल व विपिन(अभी तक फरार)
ये किडनी देने वालों को ढूंढकर लाते थे। ये शेल्टर होम, बस स्टैंड व धार्मिक स्थलों पर रहने वाले गरीब लोगों को लाते थे।
मो.लतिफ
जब पीड़ित किडनी देने के लिए तैयार हो जाता था तो आरोपी मो. लतिफ उन्हें पश्चिम विहार समेत दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर रखता था। किडनी देने से पहले होने वाले टेस्ट भी लतिफ कराता था।
![Kidney Racket: कॉरपोरेट कल्चर पर काम करता था रैकेट, डॉक्टर से लेकर टेक्नीशियन तक की बंटी थी जिम्मेदारी और कमाई गोहाना में जांच के बाद मंत्रणा करती स्वास्थ्य विभाग की टीम।](https://spiderimg.amarujala.com/cdn-cgi/image/width=414,height=233,fit=cover,f=auto/assets/images/2022/06/03/750x506/gahana-ma-jaca-ka-btha-mataranae-karata-savasathaya-vabhaga-ka-tama_1654204107.jpeg)
ये पश्चिम विहार में किडनी देने वालों को ठहराता था और उनके खाने-पीने की व्यवस्था करता था।
रणजीत व राजकुमार(फरार)
ये दोनों आरोपी किडनी देने वाले को पश्चिमी विहार व अन्य जगहों से किडनी ट्रांसप्लांट करने वाले गोहाना में स्थित अस्पताल में ले जाते थे।
डॉ. सोनू रोहिल्ला
गोहाना में डॉ. सोनू रोहिल्ला ने अपने अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट का सेटअप लगा रखा था। उसने गिरोह के लोगों को जगह दे रखी थी।
कुलदीप, ओमप्रकाश व मनोज
ये टेक्नीशियन हैं और किडनी ट्रांसप्लांट करते थे। ये ही ऑपरेशन करते थे।
डॉ. सौरभ मित्तल
वह किडनी देने वाले व किडनी लेने वाले को बेहोशी का इंजेक्शन देता था। वह किडनी ट्रांसप्लांट में भी सहायता करता था।
![Kidney Racket: कॉरपोरेट कल्चर पर काम करता था रैकेट, डॉक्टर से लेकर टेक्नीशियन तक की बंटी थी जिम्मेदारी और कमाई किडनी रैकेट में पकड़े गए आरोपी](https://spiderimg.amarujala.com/cdn-cgi/image/width=414,height=233,fit=cover,f=auto/assets/images/2022/06/03/750x506/kidney-racket_1654230343.jpeg)
पुलिस अधिकारियों के अनुसार ये किडनी रैकेट अक्तूबर-नवंबर, 21 में शुरू हुआ था। तब से लेकर अब तक ये करीब 20 से ज्यादा लोगों की किडनी निकाल चुके हैं। इस गिरोह के कई सदस्य अभी फरार हैं। पुलिस गिरोह के फरार सदस्यों को पकडने के लिए दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश व एनसीआर में दबिश दे रही है।
![Kidney Racket: कॉरपोरेट कल्चर पर काम करता था रैकेट, डॉक्टर से लेकर टेक्नीशियन तक की बंटी थी जिम्मेदारी और कमाई फाइल फोटो](https://spiderimg.amarujala.com/cdn-cgi/image/width=414,height=233,fit=cover,f=auto/assets/images/2017/11/23/750x506/kidney-racket_1511423536.jpeg)
पुलिस अधिकारियों के अनुसार पुलिस ने तीन लोगों को बचाया है। पुलिस गिरोह के चुंगल से तीन लोगों को निकाला है, ये इन लोगों की किडनी निकालने वाले थे। इन लोगों को टेस्ट आदि हो चुके हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पुलिस को एक ऐसा पीड़ित मिला है जिसकी आरोपियों ने किडनी निकाल ली थी। पीड़ित गुजरात, असम, पश्चिमी बंगाल और केरल के रहने वाले हैं।
![Kidney Racket: कॉरपोरेट कल्चर पर काम करता था रैकेट, डॉक्टर से लेकर टेक्नीशियन तक की बंटी थी जिम्मेदारी और कमाई डेमो पिक](http://spiderimg.amarujala.com/assets/images/2017/05/27/750x506/kidney-racket_1495890984.jpeg)
कुलदीप राय इस गिरोह को सरगना है। वह किडनी देने वालो व लेने वालों से बात करता था। वहीं ये तय करता था कि किडनी देने वाले को किडनी पैसे देने हैं और किडनी लेने वालों से कितने पैसे लेने है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि पहले वह एक किडनी रैकेट का हिस्सा था। मनमुटाव होने पर वह इस गिरोह से अलग हो गया और फिर इसने अपना किडनी रैकेट शुरू किया। आरोपी ने अक्तूबर-नवंबर, 2021 में अपना गिरोह शुरू किया था।