अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ तक …. ? 26 साल में सांसद, 45 में सीएम बने
20 तस्वीरों में देखिए योगी के 50 साल का सफर….
5 जून 2022. आज योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन है। हमने उनके जन्म से लेकर अबतक के 50 सालों को 20 तस्वीरों में समेटा है। इसमें 3 भाग हैं। पहला, उनका अजय बिष्ट से योगी बनने तक का सफर। दूसरा, योगी से संसद सदस्य बनने तक की यात्रा और तीसरा, सांसद से दूसरी बार सीएम बनने तक। चलिए एक-एक करके तस्वीरों में उतरते हैं…
पहला: अजय बिष्ट से योगी बनने तक का सफर

तस्वीर 1: तस्वीर में आनंद सिंह बिष्ट और सावित्री देवी हैं। उत्तराखंड के पौड़ी गढवाल में छोटी-छोटी पहाड़ियों के बीच बसा पंचूर गांव। 5 जून 1972 को वहां की घाटियों में एक नवजात की रोने की आवाज आई। आनंद-सावित्री के घर बेटा हुआ था।

तस्वीर 2: आनंद और सावित्री चाहते थे कि उनका बेटा जीवन की हर दौड़ में जीते, उसे हार का सामना न करना हो। इसलिए उन्होंने उसका नाम अजय सिंह बिष्ट रखा।

तस्वीर 3: अजय जब बड़ा हुआ तो हर सुबह उठकर अपने मां-बाप की काम में मदद करता था। उसे समाचारपत्र पढ़ना बहुत पसंद था। शुरुआती शिक्षा पौड़ी और ऋषिकेश में पूरी की।

तस्वीर 4: इसके बाद वो गणित से स्नातक करने उत्तराखंड के हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी चले गए। विद्यार्थी जीवन में उन्होंने कई वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में भाग लिया। तस्वीर साभार: दैनिक जागरण

तस्वीर 5: एक दिन विद्यार्थी परिषद के सदस्य के रूप में उन्हें एक कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया। वहां मौजूद महंत अवैद्यनाथ अजय की बातों से बहुत प्रभावित हुए। तस्वीर साभार: दैनिक जागरण

तस्वीर 6: कुछ दिन बाद अजय महंत से मिलने गए। वहां साधुओं के जीवन को करीब से देखा। इसका उसके मन पर प्रभाव पड़ा। नवंबर 1993 में अजय घर छोड़कर महंत के पास गोरखपुर चले गए। अजय ने योगी बनने का फैसला लिया।

तस्वीर 7: 14 जनवरी 1994 को सारी रीतियों को पूरा करके अजय बिष्ट योगी बन गए। मंदिर के भक्तों ने उन्हें छोटे महाराज के नाम से बुलाना शुरू कर दिया।

तस्वीर 8: योगी पंचूर छोड़ने के बाद भी अपने परिवार से मिलने नहीं गए। उनका पूरा परिवार उनसे मिलने गोरखपुर पहुंचा तो योगी के भेष में उन्हें देखकर हैरान रह गया।
दूसरा: योगी से सांसद बनने तक की यात्रा

तस्वीर 9: योगी ने महंत अवैद्यनाथ के लिए चुनाव प्रचार करना शुरू किया। केसरिया जीप से जगह-जगह प्रचार करते योगी मुख्य प्रचारक बन गए।

तस्वीर 10: साल 1998. 26 साल की उम्र में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़कर सांसद बने। इसके बाद गोरखपुर लोकसभा सीट से लगातार 5 बार सांसद चुने गए हैं। 1998 से मार्च 2017 तक योगी गोरखपुर से सांसद रहे।

तस्वीर 11: 7 सितंबर 2008 को सांसद योगी पर आजमगढ़ में जानलेवा हिंसक हमला हुआ था। इस हमले में वे बाल-बाल बच गए थे। वहीं गोरखपुर दंगों के दौरान उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था, जब मोहर्रम के दौरान फायरिंग में एक हिन्दू युवा की जान चली गई थी।
तीसरा: सांसद से दो बार मुख्यमंत्री बनने का सफर

तस्वीर 12: 19 मार्च 2017. योगी आदित्यनाथ ने यूपी के सीएम की शपथ ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह सहित बड़े नेताओं की मौजूदगी में राज्यपाल राम नाईक ने शपथ दिलाई।

तस्वीर 13: सीएम बनने के बाद अपने पहले जन्मदिन पर योगी ने 6 करोड़ 34 लाख पौधे लगाने की मुहिम शुरू कर इसे ही जन्मदिन मानने का अलग तरीका बना लिया। अब तक योगी अपने हर जन्मदिन पर पौधे लगाते हैं। तस्वीर 2020 की है।

तस्वीर 14: सीएम बनने के बाद गोरखनाथ मंदिर में लगने वाले जनता दरबार में योगी लोगों की फ़रियाद सुनने लगे। ये गोरखपुर के लोगों से शुरू हुआ था, पर बाद में दूर-दूर से लोग अपनी समस्याएं लेकर वहां पहुंचने लगे।

तस्वीर 15: सांसद हों या सीएम, योगी युवाओं और बच्चों को कई जगह प्रोत्साहित करते नजर आए। फिर चाहे क्रिकेट की पिच पर बल्ला थाम कर उतरना ही क्यों न पड़े।

तस्वीर 16: योगी गोरखपुर में हर वर्ष होली के मौके पर निकलने वाली भगवान नरसिंह शोभायात्रा में जाते रहे हैं। वहां वो नगर वासियों के साथ जमकर होली भी खेलते हैं।

तस्वीर 17: 25 मार्च 2022, उनचास साल के योगी आदित्यनाथ को गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने दूसरी बार यूपी के सीएम पद की शपथ दिलाई।

तस्वीर 18: मई 2022. संन्यास के 28 साल बाद योगी अपने घर पंचूर गए। पहली बार वहां एक रात बिताई। परिवार से मिले।

तस्वीर 19: तस्वीर में योगी के साथ उनकी मां सावित्री देवी। उन्होंने दूसरी बार सीएम बनने के बाद घर जाकर मां से मुलाकात की। उनका हाल चाल जाना।

तस्वीर 20: ये तस्वीर 4 जून 2022 की है। अपने जन्मदिन से एक दिन पहले तीन दिवसीय दौरे पर योगी गोरखपुर पहुंचे। करोड़ों रुपए की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया।