जूते और होटल कारोबार पर 12% GST लगेगा …? , आगरा के उद्यमी कर रहे विरोध…

18 जुलाई से लागू हो जाएगी नई दर, आगरा के उद्यमी कर रहे विरोध…
18 जुलाई से जीएसटी की नई दरें लागू हो जाएंगी। आगरा में होटल और जूता उद्यमी जीएसटी बढ़ने का विरोध कर रहे हैं। ताज संरक्षण की वजह से आगरा में आयरन इंडस्ट्रीज चौपट हो चुकी है। आगरा में अब पर्यटन और लेदर उद्योग लोगों का सहारा बना हुआ। आगामी सोमवार से लेदर पर 12 फीसदी जीएसटी देनी होगी।

होटलों में 1000 रुपए तक के कमरों पर भी 12 प्रतिशत जीएसटी लागू हो जाएगी। इससे आगरा में होटल और जूता व्यवसाइयों की कमाई पर सीधा असर पड़ेगा।

लेदर पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगने से आगरा में जूता कारोबार प्रभावित होगा।
लेदर पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगने से आगरा में जूता कारोबार प्रभावित होगा।

जूते के छोटे कारोबारी और खरीदारों पर पड़ेगा असर
आगरा में बड़े पैमाने जूते का कारोबार होता है। कारोबारियों का कहना है कि देश का करीब 60 प्रतिशत जूता आगरा में ही तैयार होता है। जूता निर्यात में आगरा का 30 प्रतिशत से अधिक योगदान है। छोटे कारोबारियों का कहना है कि रिटर्न के लिए सीए और वकीलों जरूरत पड़ेगी। कर विभाग का दखल बढ़ेगा। इससे समय और पैसा दोनों खर्च होंगे। सबसे ज्यादा असर खरीदारों पर पड़ेगा।

आगरा के पांच लाख लोग जुड़े हैं जूता कारोबार से

आगरा के जूता उद्यमियों के संगठन एफमेक के अध्यक्ष पूरन डाबर ने बताया कि आगरा में जूते के कारोबार से करीब 5 लाख लोग जुड़े हैं। जूते के रॉ मटेरियल पर 5 से बढ़ाकर 12 प्रतिशत जीएसटी लागू होने से कैपिटल कॉस्ट बढ़ जाएगी। इनपुट्स और कम्पोनेंटस की दृष्टि से यह अच्छा कदम नहीं है। ऑर्गनाइज्ड मार्केट पर इसका ज्यादा असर नहीं है, लेकिन छोटे डीलर इसका विरोध कर रहे हैं।

होटल में 1 हजार तक कमरे पर जीएसटी अनुचित
अब होटल में 1 हजार रुपए तक के कमरे पर भी 18 जुलाई से 12 प्रतिशत जीएसटी देना होगा। आगरा में होटल व्यवसाई इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चौहान ने बताया कि कोरोना महामारी में होटल व्यवसाय ठप रहा।

एक हजार रुपए तक के कमरे पर जीएसटी थोपी गई है, जिससे होटल व्यवसाय के सामने नई मुसीबत खड़ी हो गई है। आगरा में छोटे-बड़े करीब 700 होटल हैं। छोटे होटलों में जीएसटी का हिसाब रखने के लिए हर माह हजारों रुपए का खर्चा बढ़ जाएगा।

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