रिलायंस के दुनिया के सबसे बड़े चिड़ियाघर के लिए बाघ पंचम भोपाल से रवाना
पेंच नेशनल पार्क से 20 महीने पहले रेस्क्यू करके लाए गए टाइगर पंचम को वन विहार ने मंगलवार को ग्रीन्स जूलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन किंगडम सेंटर जामनगर (गुजरात) को सौंप दिया है। वह लगभग 24 घंटे की यात्रा करके जामनगर पहुंचेगा। पंचम के जाने के बाद वन विहार में अब कुल 13 टाइगर बचे हैं।
वन विहार प्रबंधन ने बताया कि पंचम पूरी तरह से स्वस्थ है। उसकी उम्र अभी 3.5 साल है। किसी वजह से उसका दांत टूट गया था। पंचम के बदले में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी (सीएसआर) के तहत 1.28 करोड़ रुपए की तीन मेडिकल मशीनों के साथ एक बैटरी वाली गाड़ी की सौगात वन विहार को दी है।
बैटरी वालीं तीन गाड़ियाें का दूसरे जंगल में किया जाएगा इस्तेमाल
किंगडम सेंटर के चिड़ियाघर की तरफ से वन विहार को एक पोर्टेबल एक्सरे मशीन, एक डीआर (भाप वाली) मशीन और एक ऑटोमेटिक ब्लड एनालाइजर मशीन दी गई है। यह मशीनें वन विहार अस्पताल में नहीं थीं। वन विहार के डिप्टी डायरेक्टर एके जैन ने बताया कि यहां अत्याधुनिक मशीनें थीं, लेकिन नई मशीनों की मदद से जानवरों के इलाज में काफी मदद मिलेगी।
वन विहार को किंगडम सेंटर की तरफ से 4 बैटरी चलित गाड़ियां भी दी गई हैं। इनमें से एक गाड़ी भोपाल में, बाकी मप्र के अलग-अलग जंगलों में इस्तेमाल की जाएंगी। बता दें कि वन विहार प्रबंधन ने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी (सीएसआर) के तहत ये टाइगर दिया है।
तीन तेंदुओं पर बाद में होगा निर्णय
टाइगर के अलावा वन विहार के 3 तेंदुए भी किंगडम सेंटर को देने हैं, लेकिन अभी टाइगर सौंपा गया है। किंगडम सेंटर चिड़ियाघर की टीम ने पहले बाघों और तेंदुओं की जांच की थी। इसमें पता चला कि तेंदुए को यात्रा में ज्यादा समस्या होती है। पंचम के साथ वेटनरी की टीम भी जामनगर गई है। वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. अंकुश दुबे और डॉ. अक्षय शाह यात्रा के दौरान उसकी निगरानी भी करेंगे।
अब हमारे पास जांच किट पूरी हो गई है
किंगडम सेंटर चिड़ियाघर ने अभी केवल टाइगर मांगा था, जिसे हमने दे दिया है। बदले में उन्होंने सीएसआर के तहत 3 मेडिकल मशीनें और 4 बैटरी चलित वाहन दिए हैं। मशीनें मिलने से हमारे पास अब जांच किट कम्पलीट हो गई है।
एके जैन, डिप्टी डायरेक्टर, वन विहार