छोटी पेंट, तंग शर्ट में मनेगा 65 लाख बच्चों का स्वतंत्रता दिवस, दो साल से यूनिफॉर्म देना भूले
शिक्षा विभाग के अफसर प्रदेश के पहली से आठवीं तक के 65 लाख बच्चों को दो साल से यूनिफाॅर्म देना ही भूल गए। नतीजा आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर भी वे तंग शर्ट, छोटी व फटी पेंट में ही नजर आएंगे। इसके पहले 2019 में भी बच्चों को यूनिफाॅर्म के बजाय राशि दी गई थी।
2020 के बाद यूनिफॉर्म कागजों पर ही बंटी। इस बार आदेश निकाल कर सब भूल गए। इंदौर जिले के ही 1 लाख 3 हजार विद्यार्थी यूनिफॉर्म से वंचित हैं। राज्य शिक्षा केंद्र संचालक जनराजू एस ने 11 मार्च को ही बच्चों को गणवेश उपलब्ध कराने का आदेश जारी कर दिया था, चार माह में भी तामिल हुआ या नहीं, ये जांचने की जहमत किसी ने नहीं उठाई।
- 2020-21 सत्र में बंटी थी अंतिम बार यूनिफार्म
- 2021-22 सत्र में यूनिफार्म बांटना भूली सरकार
- 2019-20 में 600 रुपए दिए थे
- 1.3 लाख विद्यार्थी हैं शहर में 8वीं तक के
- 400 करोड़ की यूनिफार्म दी जाना है
अफसरों ने बीच का सत्र ही गायब कर दिया
राज्य शिक्षा केंद्र संचालक ने अपने आदेश में कहा है कि इस साल भी वर्ष 2020-21 की तर्ज पर गणवेश बांटना है। आदेश में 2021-22 का सत्र गायब है। सत्र 2019-20 में विद्यार्थियों को यूनिफार्म के लिए 600 रुपए नकद दिए गए थे। इतनी कम राशि में दो यूनिफार्म नहीं बन सकती थी, इसलिए अधिकतर विद्यार्थियों ने एक जोड़ी ही बनवाई थी। स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित सत्र 20-21 की शुरुआत में बांटी गई यूनिफार्म फट चुकी है। फिलहाल स्कूलों में आधे विद्यार्थी यूनिफार्म में हैं तो आधे रंग-बिरेंगे कपड़ों में आ रहे हैं।
दिवाली तक ही उपलब्ध करा पाएंगे
चुनाव के कारण यूनिफार्म की प्रक्रिया धीमी पड़ गई। उम्मीद है अगस्त से कार्रवाई तेज होगी। जीविका पोर्टल पर ऑर्डर प्लेस होंगे। हमारे वेरीफाई करने के बाद स्व सहायता समूह यूनिफार्म बनाएंगे। उम्मीद है दिवाली तक उपलब्ध हो जाएगी। – अक्षय सिंह राठौर, जिला परियोजना समन्वयक, इंदौर