भिंड समेत छह जनपदों में अध्यक्ष बैठाने के लिए बीजेपी-कांग्रेस के नेता कर रहे कसरत
जनपद अध्यक्ष पद को लेकर घमासान……
भिंड जिले में जनपद अध्यक्ष के चुने जाने को लेकर बीजेपी व कांग्रेस दल के पदाधिकारी इन दिनों दिन-रात कसरत कर रहे हैं। कई जनपद अध्यक्षों को बाहर भेज दिया गया है। तो कई भूमिगत बने हुए है जोकि अध्यक्ष का चुनाव के दौरान ही नजर आएंगे। हालांकि कुछ जनपद में बीजेपी के तो कुछ में कांग्रेस अपना कब्जा बता रही है। आखिरी समय तक कौन अध्यक्ष बनेगा? इस बात की प्रतीक्षा फिलवक्त करनी होगी।
जनपद अध्यक्ष को लेकर चुनाव दो चरणों में भिंड जिले में होने जा रहे है। आज 27 जुलाई को अटेर जनपद में अध्यक्ष का चुनाव होना है। चुनाव को लेकर अटेर जनपद में बीजेपी ने पूरी तरह कमर कस ली है। यहां बीजेपी पूरे दमखम के साथ कमला शिवनारायण शर्मा को अध्यक्ष बनाने में जुटी है। बीजेपी का दावा है कि उनके पास 25 में से 20 सदस्य है।
नेता प्रतिपक्ष ने बैठाया गणित
इसी तरह से लहार व रौन जनपद में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष बनाए जाने के लिए रणनीति बैठाई हुई है। यहां बीजेपी भी अपना अध्यक्ष बनाना चाहती है। परंतु कांग्रेस ने लहार के वार्ड क्रमांक 14 महुआ से जीतकर आई मीना मॉन्टी सिंह को अध्यक्ष बनाए जाने की तैयारी की है। बताया जाता है कि कांग्रेस ने यहां 25 में से 21 सदस्यों को अपने समर्थन में तैयार किया हुआ है।
निर्विरोध बन सकता रौन का अध्यक्ष
इधर, रौन जनपद में कांग्रेस पार्टी द्वारा निर्विरोध अध्यक्ष बनाए जाने की तैयारी कर ली है। रौन ब्लॉक में वार्ड क्रमांक चार इंदुर्खी से हरनाम सिंह गुर्जर को अध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदार कांग्रेस मान रही है। कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों की बात माने तो रौन जनपद के 15 सदस्यों में से कांग्रेस के समर्थन में 14 है।
दोनों दलों की नजर भिंड-मेहगांव पर
भिंड और मेहगांव पर कांग्रेस और बीजेपी ने टिका रही है। यहां अध्यक्ष को लेकर दोनों पार्टियों के नेताओं ने गठजोड़ कर रखा है। फिलवक्त दोनों जनपद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष भूमिगत है। वे अपने क्षेत्र से बाहर है। अधिकांश सदस्यों से फोन पर बातचीत भी नहीं हो पा रही है। लोगों की चर्चाओं में सदस्याें के खरीद फरोख्त होना भी बताया जा रहा है।