दरक रहे पहाड़, नदियों में उफान, हिमाचल उत्तराखंड बेहाल- 50 मौतें
Rain Updates: मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी भारी बारिश का अनुमान लगाया है. ऐसे में हालात और बिगड़ने की आशंका है. यहां पढ़ें बारिश और बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित राज्यों के बड़े अपडेट्स…
देश के कई हिस्सों में मानसून के दौरान तेज बारिश हो रही है. इस बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक लोग बेहाल हैं. पिछले तीन दिनों में बारिश की वजह से बाढ़ और भूस्खलन जैसी घटनाओं में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और ओडिशा में अब तक 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे अधिक बेहाल हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड हैं. हिमाचल प्रदेश में अकेले 36 लोगों की मौत हो चुकी है. हिमाचल प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा और झारखंड जैसे राज्यों में भूस्खलन और बाढ़ से हालात बदतर हैं. मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी भारी बारिश का अनुमान जताया है. ऐसे में हालात और बिगड़ने की आशंका है.
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से हालात बदतर बने हैं. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में चक्की नदी पर बना एक रेलवे पुल भारी बारिश के कारण ढह गया. पिछले तीन दिनों में राज्य में बारिश की वजह से लैंडस्लाइड और अचानक आई बाढ़ में एक ही परिवार के आठ सदस्यों समेत 36 लोगों की मौत हो गई है. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि 10 लोग घायल भी हुए हैं. यह भी जानकारी दी गई है बाढ़ में जो 5 लोग लापता हुए थे, उनका अब तक कोई सुराग नहीं लगा है.
राज्य में 322 सड़कें बंद हैं और 832 क्षेत्रों में बिजली प्रभावित हुई है. वहीं कम से कम 85 क्षेत्रों में पीने के पानी की समस्या भी पैदा हुई है. वहीं पोंग डैम में भारी बारिश की वजह से जलस्तर बहुत बढ़ गया है, ऐसे में डैम का फाटक खोलना अनिवार्य हो गया है. इससे पहले पंजाब के दस ज़िलों में बाढ़ के अलर्ट जारी किए गए हैं.
उत्तराखंड के कई इलाकों में बारिश का कहर
भारी बारिश की वजह से उत्तराखंड में कई इलाके पानी में समा गए हैं. भारी बारिश से सबसे बुरा हाल पौड़ी, टिहरी और देहरादून ज़िलों का है, जहां जलभराव की समस्या पैदा हुई है. देहरादून में मालदेवता क्षेत्र ओवरफ्लो होने वाली सोंग नदी के कारण आई बाढ़ की चपेट में आ गया था.
बाढ़ में देहरादून को जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से जोड़ने वाला एक फ्लाईओवर बह गया और कई गांवों का संपर्क भी कट गया है. खेत गांव में बादल फटने से सात लोगों के मारे जाने की आशंका है. बाढ़ और बारिश की वजह से मंडी और कुल्लू ज़िले में स्कूल को बंद कर दिया गया है.
ओडिशा में अब तक 8 लोगों की मौत
इस बीच, ओडिशा में भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ के कारण राज्य के कई तटीय क्षेत्रों से संपर्क टूट गया है. भारी बारिश की वजह से दीवारें गिरने की अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई. इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक बाढ़ प्रभावित इलाकों खुर्धा, पुरी, कटक जगतसिंहपुर और केंद्रपड़ा ज़िलों का हेलिकॉप्टर से जायज़ा लिया.
मयूरभंज, बालासोर और क्योन्झर ज़िले में भारी बारिश दर्ज की गई है. मयूरभंज में सबसे ज़्यादा 260 एमएम बारिश दर्ज की गई. वहीं 18 ब्लॉक्स में 100 एमएम बारिश दर्ज की गई है. इनके अलावा दांगा और पुरी भी बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
उत्तर प्रदेश में नदियां उफान पर
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और वाराणसी में गंगा और यमुना का भारी बारिश की वजह से जलस्तर बढ़ गया है. इस वजह से कई गांवों में पानी भर गया है. वाराणसी ज़िला प्रशासन ने शुक्रवार को कहा कि बाढ़ का पानी ख़तरे के निशान 70.26 मीटर से महज़ एक मीटर नीचे था और प्रति घंटा दो सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा था. वहीं वरुणा नदी भी अपने ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही थी.
बाढ़ के ख़तरे की वजह से वाराणसी घाट पर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया भी प्रभावित हुई है. इससे बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ा और स्कूलों को बंद करना पड़ा है.
जम्मू–कश्मीर में बारिश के कारण बाढ़ की आशंका
जम्मू-कश्मीर के राजौरी ज़िले में भारी बारिश की वजह से फ्लैश फ्लड की समस्या उत्पन्न हो गई. इससे दरहाली नदी का जलस्तर ख़तरे के निशान से ऊपर पहुंच गया.
इससे पहले शुक्रवार को फ्लैश फ्लड की वजह से माता वैष्णो देवी यात्रा पर रोक लगा दी गई. माता वाष्णो देवी मंदिर रिसी ज़िले के काटरा शहर में स्थित हैं, जहां रविवार को यात्रा फिर से शुरू की गई है.