भोपाल : 408 ब्लैंक स्पॉट पुलिस की तीसरी आंख की पहुंच से बाहर …?

लोकेशन ट्रेस हुईं ..?  अब यहां 2344 कैमरे लगेंगे …..

ब्लैंक स्पॉट पर अपराध होने के बाद बदमाश का ट्रैक बनाने में आती है अड़चन …

4 महीने तक चली लंबी कवायद के बाद पुलिस ने इन लोकेशन को चिह्नित कर यहां नए सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला किया है। इन सभी लोकेशन पर 2344 कैमरे लगाए जाएंगे, इनमें 877 ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (एएनपीआर) कैमरे भी शामिल हैं।

फिलहाल भोपाल में 153 लोकेशन पर 781 कैमरे काम कर रहे हैं। इनमें 29 स्थानों पर 332 कैमरे आईटीएमएस ने लगाए हैं। पुलिस कमिश्नर मकरंद देऊस्कर ने बताया कि अपराधों की पड़ताल के दौरान कई ऐसी लोकेशन भी सामने आ रही थीं, जहां पुलिस या आम लोगों के कैमरों की भी पहुंच नहीं थी।

यहां जब कोई छोटा-बड़ा अपराध होता है तो संबंधित बदमाश का ट्रैक बनाने में भी थोड़ी परेशानी आती है, इसलिए सभी थाना प्रभारियों से ऐसे स्थानों की जानकारी मंगवाई थी। इन स्थानों को ब्लैंक स्पॉट माना गया है। थानों से आई जानकारी के बाद पुलिस की रेडियो शाखा की टीम को भी यहां दोबारा सर्वे के लिए भेजा गया। इसी आधार ये नए स्थान चिन्हित किए गए हैं।

वीआईपी एरिया में सबसे ज्यादा ब्लैंक स्पॉट

  • 408 कुल ब्लैंक स्पॉट शहर में
  • 2344 कुल कैमरे लगने हैं
  • 1180 फिक्स कैमरे
  • 287 पीटीजेड कैमरे
  • 877 एएनपीआर कैमरे

सॉफ्टवेयर का डेमोस्ट्रेशन… पुलिस कंट्रोल रूम में बने सीसीटीवी मॉनिटरिंग सेंटर में एक नया वीडियो एनालिसिस सॉफ्टवेयर लगवाया गया है। इसका डेमोस्ट्रेशन जारी है। मानो कि पुलिस को ये पता करना है कि किसी वारदात में शामिल लाल रंग की बाइक किसी भी सड़क से दिनभर में कितनी बार गुजरी हैं? इस सॉफ्टवेयर में ये जानकारी भरते ही कुछ मिनट में इसका जवाब ऐसी बाइक की वीडियो के साथ मिल जाएगा।

3 वॉल पहले से हैं अब कंट्रोल रूम में लगी एक और डिजीटल वॉल

पुलिस कंट्रोल रूम में सीसीटीवी मॉनिटरिंग के लिए एलईडी स्क्रीन की तीन वॉल पहले से बनाई गई हैं। एक वॉल में चार एलईडी स्क्रीन लगी होती हैं। इनमें अब एक नई वॉल जोड़ दी गई है। इस वॉल में आईटीएमएस की ओर से 29 स्थानों पर लगाए गए 332 कैमरों को भी देखा जा सकेगा। अब तक पुलिस को किसी इन्वेस्टिगेशन के दौरान इन कैमरों की फीड देखने के लिए स्मार्ट सिटी दफ्तर जाना पड़ता था।

वीवीआईपी मूवमेंट पर सिर्फ 50 कैमरे ही चालू थे…

पहले से लगे कैमरों के मेंटेनेंस का काम कैमरे लगाने वाली एजेंसी को ही दिया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बीती 22 अगस्त को देश के गृहमंत्री अमित शाह के भोपाल दौरे के दौरान पहले से लगे 781 में से केवल 50 कैमरे ही चालू हालत में थे। तेज बारिश और बिजली न होने के कारण सभी कैमरे बंद हो गए थे। अभी भी बिजली व्यवस्था पूरी तरह बहाल नहीं हुई है, इसलिए 10% कैमरे बंद ही हैं।

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