भोपाल : मानसून में सड़कें स्वाहा !

पहली बार बारिश से 8000 किमी सड़कें खराब, हर बार से दोगुनी; इन्हें सुधारने पर खर्च होंगे 332 करोड़ रुपए

प्रदेश में इस बार हुई रिकॉर्डतोड़ बारिश ने सड़कों की दशा बिगाड़ दी है। मप्र की 76000 किलोमीटर सड़कों में से 8 हजार किमी इस बार बारिश में खराब हो गईं। ये सड़कें लोक निर्माण विभाग, मप्र सड़क विकास निगम और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की हैं। ऐसा पहली बार है जब मानसूनी बारिश में प्रदेश में इतनी ज्यादा सड़कें खराब हुईं हों। अब तक 4 से 5 हजार किमी सड़कें ही खराब होती रही हैं।

55 हजार किलोमीटर का बड़ा हिस्सा लोक निर्माण विभाग के पास है, जिसमें से सबसे ज्यादा 5500 किलोमीटर से ज्यादा सड़कें पूरी तरह उधड़ चुकी हैं। बाकी खराब सड़कों में 2500 किमी का हिस्सा आरडीसी और एनएचएआई का है। खास बात यह है कि साल भर पहले ही बनी भोपाल से होशंगाबाद जाने वाली सड़क औबेदुल्लागंज से बुदनी के बीच खराब हो गई है। इस मार्ग पर कई बड़े-छोटे गड्‌ढे हो गए हैं। प्रदेश के 52 जिलों से अब तक आई जानकारी के अनुसार सड़कों की मरम्मत के लिए 332 करोड़ रुपए की जरूरत है। निमाड़ में अभी बरसात जारी होने से वहां खराब हुई सड़कों का आकलन नहीं हो पाया है।

1400 किमी सड़कों पर ज्यादा गड्‌ढे, इन्हें सुधारने के लिए मांगे 300 करोड़

  • अब तक की जानकारी के मुताबिक 1400 किलोमीटर की सड़कों में गड्‌ढे हो गए हैं, जिनकी मरम्मत के लिए 300 करोड़ रुपए की मांग की गई है। मप्र सड़क विकास निगम की सड़कों की मरम्मत के लिए 32 करोड़ रुपए की मांग की गई है।
  • आरडीसी और एनएचएआई की खराब हुई टोल सड़कों की मरम्मत ठेकेदार द्वारा की जाएगी। सड़कें ठीक न होने की स्थिति में पेनल्टी लगाई जाएगी। प्रदेश में पिछले पांच साल में 2500 करोड़ रुपए सड़कों की मरम्मत में खर्च हो चुके हैं।

प्रदेश में किसकी-कितनी सड़कें
सड़कें कुल लंबाई मरम्मत होना है
राष्ट्रीय राजमार्ग 8853 1163
राजकीय मार्ग 11389 1352
जिला सड़कें 23401 2472
ग्रामीण सड़कें 27313 2712
(सड़कों की लंबाई किलोमीटर में)

आंकड़ा बढ़ेगा

वहीं, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता नरेंद्र कुमार का कहना है कि प्रदेश में खराब हुई सड़कों की जानकारी इस महीने के अंत तक ही आ पाएगी।

बारिश में राजधानी की 500 किमी सड़कें खराब

भोपाल में करीब 500 किमी सड़कें खराब हुई हैं। पिछले दो साल में नगर निगम ने सीवेज और पाइप लाइन डालने के लिए 300 किमी से ज्यादा सड़कें खोदीं, लेकिन इनका रेस्टोरेशन ठीक से नहीं किया। इसलिए ये बारिश भारी पड़ गई। चूना भट्‌टी से मनीष मार्केट, मेन रेलवे स्टेशन, नारदा बस स्टैंड को जोड़ने वाली हमीदिया रोड की सड़कें जर्जर हो चुकी हैं।

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