अब ग्वालियर नगर निगम शुरू करेगा अवैध इमारतों का सर्वे
भोपाल से निर्देश मिलने के बाद अब निगम शहर में अवैध इमारतों को लेकर सर्वे शुरू करेगा। सर्वे में देखा जाएगा कि कौन सी इमारतेंगलततरीकेसेबनीहैं …
– अवैध इमारतों का सर्वे करने आया भोपाल से पत्र
ग्वालियर.नईदुनिया प्रतिनिधि। नगरीय प्रशासन विभाग ने प्रदेश के सभी नगर निगम आयुक्तों को पत्र लिखकर 15 दिन में अवैध इमारतों की जानकारी इकट्ठी करने और फिर उन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके चलते अब ग्वालियर में भी ऐसी इमारतों का सर्वे शुरू कराया जाएगा। सर्वे कर ऐसी बिल्डिंगों का पता लगाया जाएगा, जो गलत तरीके से बनी हों। नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल ने सभी भवन अधिकारियों और क्षेत्रीय अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि गुरुवार से सर्वे कार्य शुरू कर दिया जाए।
प्रदेश के इंदौर और जबलपुर में चार महीने के भीतर आगजनी की दो बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। इंदौर की रेजीडेंशियल बिल्डिंग और जबलपुर के प्राइवेट अस्पताल में आग लगने की घटनाएं हुईं और दोनों ही घटनाओं में 15 लोगों की जान चली गई। यही कारण है कि सरकार प्रोविजनल फायर एनओसी बंद करने जा रही है। अब ऐसी इमारतों की जांच की जा रही है, जिनका निर्माण नियमों और अनुमति के विपरीत किया गया है। इसके चलते अब अवैध बिल्डिंगों की जांच की जाएगी। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने आदेश जारी किए हैं, जिसमें नगर निगम आयुक्त को 20 सितंबर तक डिटेल रिपोर्ट देने को कहा है। हर महीने की सात तारीख को इमारतों से जुड़ी जानकारी भी देना होगी। पत्र में कहा गया है कि ऐसी इमारतों का सर्वे हो, जो बहुमंजिला हों और बिना नियम-कायदे के बनी हों। अब इमारत बनने और फायर सेफ्टी जांचने के बाद अस्थायी एनओसी दी जाएगी। अभी तक जब नई बहुमंजिला इमारत बनाई जाती हैं, तो उसके लिए प्रोविजनल एनओसी दी जाती है। यह एनओसी नगर निगम देता है। एक साल के भीतर यह अस्थायी एनओसी देने का नियम है। इस मामले में नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल का कहना है कि सर्वे के निर्देश दे दिए गए हैं और जल्द ही इसकी रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी।