भिंड में नपा अध्यक्ष को लेकर कवायद शुरू …? निर्दलीय व बीएसपी के पार्षदों की भूमिका पर बनेगी नगर की नई सरकार, दोनों दल जुटे मंथन में
भिंड में नगर पालिका चुनाव का परिणाम आने के बाद अब नगर की नई सरकार बनेगी। नई परिषद किसी की होगी। बीजेपी या कांग्रेस की। ये कह पाना मुश्किल है। जीते की खुशी में दाेनों ही दल के नेता डूबे है। बीजेपी के जहां 15 पार्षद चुनकर आए। वहीं कांग्रेस के 12 पार्षद चुने गए। निर्दलीय आठ व बसपा के चार पार्षद है।
ऐसे समझे गणित
भिंड में नई नगर सरकार में आठ निर्दलीय व चार बसपा के पार्षदों की महती भूमिका रहेगी। हालांकि कांग्रेस से ज्यादा पार्षद बीजेपी के है लेकिन उसकी संख्या 3 अधिक है। अब बात करते है तो निर्दलीय की। निर्दलीय पार्षद आइ है जिसमें बीजेपी और कांग्रेस बागी होकर चुनावी मैदान में कूंदे थे। इन पार्षदों केमन में अपने दल के नेताओं के प्रति खिन्न भाव है। ऐसे में अब दोनों ही दल के नेता नाराज होकर पार्षद चुनाव में उतरे नवनियुक्त पार्षदों को बधाई देकर अपनी होकर खींचने लगे हैं। अब नई सरकार में आठ पार्षदों में जो पांच पार्षदों को अपनी ओर मिला सकेंगे। वो दल अपना अध्यक्ष बना पाएगा।
बसपा की क्या रहेगी भूमिका
अब बात करें बीएसपी के नवनियुक्त पार्षदों की। इस बार बीएसपी के पार्षदों की खूब पूछ परख रहेगी। बीएसपी के पार्षद नई सरकार बनाने या फिर विपक्ष में बैठेंगे। ये निर्णय आगामी दिनों में हो जाएगा। फिलवक्त कांग्रेस और बीजेपी दल के नेता इन पार्षदों से बातचीत करना शुरू कर चुके है। दोनों ही पार्टी के नेता अपनी- अपनी ओर नवनियुक्त पार्षदों को लुभावनी बातें करके खींचने का प्रयास कर रहे हैं।
अभी मेरी पार्टी ने कोई निर्णय नहीं लिया
- मेरी पार्टी ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया। सभी छोटे-बड़े नेताओं की सहमति के लिए बैठक बुलाई जाएगी। बैठक में होने वाले निर्णय के आधार पर आगे की रूप रेखा तैयार की जाएगी।
मानसिंह कुशवाहा, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस पार्टी, भिंड