ट्रम्प पर गोली चलने का मामला कहीं चुनाव जीतने का ट्रम्प कार्ड तो नहीं?
ट्रम्प पर गोली चलने का मामला कहीं चुनाव जीतने का ट्रम्प कार्ड तो नहीं?
चुनाव के दौरान जब-जब भी किसी राजनेता पर गोली चली, उसी की राजनीतिक पार्टी को फ़ायदा हुआ। बात चाहे अमेरिका की हो या हिंदुस्तान की। हालाँकि, इसके पहले जिस भी राजनेता पर गोलियाँ चलीं उन तमाम घटनाओं में खुद गोली चलवाने का कोई सबूत कभी नहीं मिला।
लेकिन पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के मामले में ऐसा शक किया जा रहा है, क्योंकि ट्रम्प का स्वभाव शुरू से इस तरह का रहा है। कई तरह के सवाल हैं जिनके जवाब मिलना अभी बाक़ी हैं। जैसे, गोली ट्रम्प के कान को छू कर निकल गई। गोली तभी चली जब वे राष्ट्रपति जो बाइडन के खिलाफ बोल रहे थे। कोई सबूत या बयान सामने नहीं आ पाए, इसीलिए शायद हमलावर को तुरंत मार दिया गया, जबकि उसे ज़िंदा पकड़ा जा सकता था!
खैर, चूँकि ट्रम्प की आदतों और व्यवहार से पूरी दुनिया भली- भाँति परिचित है, इसलिए सबको इस तरह का शक हो रहा है कि चुनावी विजय की अमरता पाने के लिए ही ऐसा किया गया होगा। हालाँकि सच क्या है, कुछ ही दिनों में हर हाल में बाहर आ ही जाएगा।
बहरहाल, अमेरिका में फ़िलहाल डोनाल्ड ट्रम्प की जीत पक्की समझी जा रही है, क्योंकि तमाम बहसों और मंच कार्यक्रमों में वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन हल्के पड़े हैं। खुद उनकी पार्टी उनके भाषणों से संतुष्ट नहीं है और अपने ही प्रत्याशी को हल्का और कमजोर मान रही है। ऐसे में ट्रम्प का जीतना लगभग तय माना जा रहा है।
वैसे अमेरिका की सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहाँ हर किसी के पास हथियार होता है और बाक़ायदा लाइसेंसी। कभी कोई सिरफिरा बच्चा किसी स्कूल में गोलीबारी करके कोहराम मचाता है, तो कभी कोई किशोर सड़क पर सरेआम लोगों को भून डालता है। खुलेपन और बेहद स्वतंत्रता के नाम पर यहाँ कुछ तो भी होता रहता है।