ग्वालियर. विभाग में कितने कर्मचारी हैं, यही नहीं पता निगम के अधिकारियों को
ग्वालियर. नगर निगम में आउटसोर्स भर्ती घोटाले को लेकर अधिकारियों के हाथ-पावं फूले हुए हैं। शुक्रवार को निगमायुक्त द्वारा पूर्व में निकाले गए कर्मचारियों की शनिवार को परेड कराने का आदेश निकाला गया, लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया गया, क्योंकि किसी भी अधिकारी को यह तक नहीं पता है कि निगम के किस विभाग में कितने कर्मचारी काम कर रहे हैं। सामान्य प्रशासन विभाग का काम सभी कर्मचारियों का लेखा-जोखा रखना होता है, उसी आधार पर हर महीने वेतन बांटा जाता है, लेकिन सामान्य प्रशासन विभाग के पास भी कर्मचारियों की विभागवार जानकारी नहीं है। इससे अधिकारी सकते में हैं और अब अपने आपको बचाने के लिए आउटसोर्स कर्मचारियों की विभागवार जानकारी इकट्ठटी करवाई जा रही है।
शुक्रवार को जारी पत्र में निगम के अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता ने सभी विभागों के अधिकारी व क्षेत्रीय अधिकारियों को पत्र लिखकर कहा था कि सफाई कार्य करने वाले श्रमिकों को छोड़कर अन्य विभागों, क्षेत्रीय कार्यालयों में पदस्थ आउटसोर्स कर्मचारी शनिवार सुबह निगम मुख्यालय में उपस्थित हों। आदेश के जारी होते ही खलबली मच गई।
राज सिक्योरिटी एजेंसी द्वारा आउटसोर्स घोटाले की जांच के बाद 61 कर्मचारियों को बिना मांग के प्रतिस्थापित करने की बात कही गई थी। इसमें एजेंसी को वापस करने का बिंदु था, पर जब इन कर्मचारियों की सूची जारी हुई तो उसमें सिर्फ 58 कर्मचारियों के ही नाम लिखे हुए थे। इनमें पीएचई में पदस्थ 40 कुशल कर्मचारी, कार्यशाला में 13 कर्मचारी सहित क्षेत्रीय कार्यालयों, सामान्य प्रशासन सहित अन्य विभाग के कर्मचारी शामिल हैं। वही जानकारों का कहना है कि इन कर्मचारियों में अधिकतर कर्मचारी निगम के अधिकारी व नेताओं लोगों के कहने पर ही रखे गए हैं।