थाने से 100 मीटर के दायरे बन रहे पटाखे..?

लीपापोती में लगे अफसर, मृतकों के रिश्तेदारों से आंख नहीं मिला पा रही पुलिस…

मुरैना के बानमोर कस्बे में जिस जगह पर पटाखा बिस्फोट हुआ था, जिसमें चार लोगों की मौके पर तो दो की बाद में मौत हो गई है। 6 लोगों की मौत के बाद अब पुलिस वाले मरने वालों के रिश्तेदारों से आंख नहीं मिला पा रहे हैं। लोग खुलकर पुलिस की पोल खोल रहे हैं और बता रहे हैं कि किस तरह पुलिस के संरक्षण में पटाखों का अवैध व्यापार फल-फुल रहा था।
दैनिक भास्कर की टीम ने जब मौके पर जाकर लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि जिस जगह बिस्फोट हुआ है। वह जगह बानमोर पुलिस थाने से 100 मीटर की दूरी पर भी नहीं है। जिस जगह बिस्फोट हुआ उस जगह लगभग 15 घरों में अवैध पटाखों का कारोबार चल रहा है। बिस्फोट के बाद अपने बचाव के लिए पुलिस ने घरों पर छापा मारा और तुरंत वहां से पटाखों को ट्रेक्टर ट्रालियों में भरकर आसन नदी में फिंकवा दिया। पुलिस की तत्परता साफ दिखा रही थी कि अपने आपको बचाने के लिए पुलिस के अधिकारी किस तरह सक्रिय हो गए थे।

खुलकर सामने आई पुलिस की अवैध वसूली
लोगों ने बताया कि पुलिस उन घरों में आती थी और पटाखा निर्माताओं से अवैध वसूली करती थी। यह कोई और नहीं बानमोर थाने की पुलिस है जिसके थाना प्रभारी वीरेश कुशवाह व एसडीओपी दीपाली चन्दौरिया को बचाने के लिए पुलिस के आला अधिकारी आड़े आ गए हैं।

6 लोगों की मौत के बाद नहीं कार्रवाई
इस भीषण दुर्घटना में पूरे 6 लोगों की मौत हो चुकी है और बाकी के 8 लोग जीवन और मौत के बीच झूल रहे हैं। यह वे लोग हैं जो बेकसूर हैं क्योंकि जो जमील खान पटाखे बना रहा था उसका तो पूरा परिवार ही खत्म हो गया। उसके परिवार के चार सदस्य मौत के मुंह में समा चुके हैं।

इनकी हो चुकी मौत
इस घटना में मौके पर ही चार लोगों की मौत हुई थी। इनमें जमील खां की 35 वर्षीय पत्नी अन्नो खां, जमील खां की 8 वर्षीय बेटी जोया खां, पड़ोस में रहने वाला पप्पू गुर्जर जो कि पुड़िया(गुटखा) लेने आया हुआ था तथा 7 साल का मासूम गोलू उर्फ विजय प्रजापति जो कि उसी मकान में मौजूद दुकान पर बिस्किट लेने आया हुआ था। इस घटना में जो आठ लोग गंभीर रुप से घायल हुए थे उनमें शामिल जमील खां का 20 वर्षीय जवान बेटा शाहिद खां व विशाल बाल्मीक की बाद में मौत हो गई है। इस प्रकार मरने वालों की संख्या अब 6 तक पहुंच गई है।

इन लोगों की हालत गंभीर हो सकती है मौत
इस घटना में गंभीर रुप से घायल अमीन खां जो कि जमील खां का 18 वर्षीय बेटा है तथा 10 वर्षीय बेटा नवीन खां, निर्मल जैन व राज ब्लामीक की हालत गंभीर बताई जा रही है। चिकित्सकों की माने तो इनके भी जीवन का भरोसा नहीं है। अगर बच भी गए तो जीवन भर अपंग जले शरीर के साथ रहने को मजबूर रहेंगे।

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