इंदौरी परिवारों ने की अतिथियों के स्वागत की खास तैयारी ….!
‘पधारो म्हारा घर’ थीम पर NRI का होगा होम स्टे
इंदौरी परिवारों ने की अतिथियों के स्वागत और खान-पान की खास तैयारी
इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आने वाले एनआरआई अतिथियों के लिए इंदौर में कई परिवार आगे आए हैं, जो उन्हें अपने घर में रुकवाना चाहते हैं। एनआरआई के लिए स्वागत और खानपान सहित उन्हें सरप्राइज देने के लिए खास तैयारी इंदौरी होस्ट ने की है। इंदौर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने बताया कि लगभग 50 प्रवासी भारतीयों ने होम स्टे के लिए सहमति दी है। लेकिन हम 150 घरों तक चिन्हित करने वाले हैं, जहां उन्हें परिवारों में ठहरा जा सके। 100-125 अतिथि होम स्टे में रुकेंगे। 20 से 25 घर ऐसे रखेंगे, जब किसी प्रकार की कोई आवश्यकता महसूस हो तो एनआरआई को वहां ठहराया जा सके।
पहले होस्ट के बारे में जान लीजिए
टेलीफोन नगर निवासी विकास गुप्ता बताते हैं कि उनका आईटी का बिजनेस है। वो सॉफ्टवेयर बनाते हैं। सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट करते हैं। ‘पधारो म्हारा घर’ थीम के तहत उन्होंने भी रजिस्ट्रेशन करवाया है। उनके यहां भी एनआरआई रुकेंगे। तैयारियों को लेकर उनका कहना है कि हम लोग बहुत एक्साइटेड है। हमारी तरफ से पूरी तैयारी है। अभी तक गेस्ट फाइनल नहीं हुए हैं। वीडियो कॉफ्रेंसिंग होने के बाद में गेस्ट की हमें जानकारी मिलेगी। लेकिन बिना जानकारी के भी हमने तैयारी कर रखी है।
हम वेजिटेरियन, ये जानकारी दी
होस्ट विकास गुप्ता का कहना है कि हमारी ओर से कोई डिमांड नहीं है। हमने हमारी तरफ से जानकारी दी है कि हमारा संयुक्त परिवार है। घर के फोटो भेजे हैं। हम वेजिटेरियन है। ये लिखा है तो जो वेजिटेरियन गेस्ट है वो हमें सिलेक्ट करके आए। हमारे लिए तो जो भी आएगा उनका स्वागत है।
लड्डू में से निकलेगी भारतीय मुद्रा
होस्ट विकास गुप्ता का कहना है कि वैष्णव धाम मंदिर में माताजी को चुनरी से स्वागत करवाएंगे। पतंग महोत्सव भी वहां पर रखा गया है। उनके खानपान को लेकर वाइफ तैयारी कर रही है। मालवी भोजन उन्हें करवाएंगे। एक स्पेशल है कि हमारी मम्मी जो संक्रांति पर तिल गुड़ के लड्डू बनाती थी उसने से भारतीय मुद्रा निकलती थी। तब दस पैसे या पांच पैसे का सिक्का निकलता था। हम खाते थे तो बड़ा एंजॉय करते थे। वैसे हम हमारे मेहमानों को तिल गुड़ का लड्डू भारतीय मुद्रा के साथ देंगे। पहले उन्हें बता दिया जाएगा कि इसमें से ईनाम मिलेगा या भारतीय मुद्रा मिलेगी तो उसमें से पांच रुपए का सिक्का जो मोदीजी ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत लॉन्च किया था। वो सिक्का लड्डू में से निकलेगा। वो बहुत लिमिटेड एडिशन सिक्के उपलब्ध है मेरे पास में। इससे उन्हें भारतीय मुद्रा के बारे में जानकारी मिलेगी।
पानीपुरी और चाट पर प्रतिबंध
होस्ट विकास गुप्ता बताते हैं कि उन्हें (एनआरआई) प्राइवेसी चाहिए रहती है। उनकी प्राइवेसी का ध्यान रखा जाएगा। फूड पॉइजनिंग या स्टमक अपसेट (पेट संबंधित रोग) हो इसे ध्यान में रखते हुए बाहर की कोई चीज उन्हें नहीं खाने दी जाएगी। जैसे पानी पूरी या चाट। उन्हें सब कुछ घर में ही उपलब्ध करवाएंगे।
साउंड पॉल्यूशन का भी रखेंगे ध्यान
होस्ट विकास गुप्ता का कहना है कि यहां पर हम संयुक्त परिवार के साथ रहते हैं। कुल 7 सदस्य हैं। नीचे वाले फ्लोर पर मैं और वाइफ रहते है। ऊपर वाले फ्लोर पर भाई और उनका परिवार रहता है। संयुक्त परिवार के संस्कार और हमारे जो ट्रेडिशन है, उनसे उन्हें रूबरु करवाएंगे। साउंड पॉल्यूशन से उन्हें काफी परेशानी होती है तो उनके रुम में साउंड न हो या जो वाहनों के हॉर्न सड़कों पर बजते है वो उन्हें इरिटेड न करें, इन सब चीजों का हम ध्यान रखेंगे।
कोरोना के पहले इस्तांबुल से आए थे अतिथि
होस्ट विकास गुप्ता बताते हैं कि कोरोना के पहले चार बच्चे इस्तांबुल से आकर रुके थे और वो काफी खुश होकर गए। वो हमें आज भी मम्मी-पापा कहकर संबोधित करते हैं। जबकि इस्तांबुल में मम्मी-पापा कुछ होता नहीं है। वहां पर मॉम-डेड होते हैं लेकिन हमारी संस्कृति को देखते हुए वो आज भी हमें मम्मी-पापा बोलते हैं। फेसबुक के माध्यम से हमारा लगातार संपर्क होते रहता है।
स्वागत में रेड कारपेट और बालकनी से फूलों की बारिश
होस्ट रचना गुप्ता बताती हैं कि भारतीय संस्कृति और ह्दय की गहराईयों से अतिथियों का स्वागत करेंगे। फिलहाल हमें पता नहीं है कि हमारे अतिथि कौन होंगे। हमने जो अभी प्लान किया है, उसके तहत एयरपोर्ट से जब अतिथि हमारे घर में प्रवेश लेंगे तो हम उन्हें यहां रेड कारपेट वेलकम देंगे। ऊपर बालकनी से फूलों की बरसात होगी। केसर और चंदन का तिलक लगाकर, मालवी पगड़ी पहनाकर उनका घर में प्रवेश करवाएंगे। ढोल रहेंगे। उन्हें अच्छा एहसास करवाएंगे।
गोंद के लड्डू सहित बाजरे की रोटी परोसेंगे
रचना गुप्ता का कहना है कि खिलाने के लिए बहुत सारी चीजें है। इस बात का ध्यान रखेंगे कि उन्हें बाहर का न खाना पड़े। उनकी हेल्थ एंड हाइजिन को ध्यान में रखते हुए ठंड के हिसाब से तिल-गुड़ के लड्डू, हमारी दादी-नानी बनाती थी गोंद के लड्डू वो हम उन्हें सर्व करेंगे। बाजरे की रोटी, मक्के की रोटी, ज्वार की रोटी और सीजनल सब्जी है वो हम उन्हें परोसेंगे। उनके टेस्ट के हिसाब से उन्हें खाना सर्व करेंगे।
गिफ्ट में कश्मीर की केसर और जयपुर का हैंडीक्राफ्ट तक
रचना गुप्ता का कहना है कि सरप्राइज गिफ्ट की भी तैयारी है। हमारे अतिथि कौन होंगे, उस हिसाब से भी विचार करेंगे। जो हमने सोचा है, जैसे कश्मीर की केसर, जयपुर से कुछ हैंडीक्राफ्ट आइटम मंगवाए हैं। महेश्वरी, चंदेरी साड़ी है। अतिथि कौन रहेंगे, महिला-पुरुष, यंग या बुजुर्ग उस हिसाब से हम उन्हें ट्रीट करेंगे। बहुत सारे सरप्राइज उनकी राह देख रहे हैं। उनके रूम में फ्रूट व चॉकलेट के बुके रखेंगे। हमारी कोशिश रहेगी कि उन्हें यहां पारिवारिक माहौल मिले। मैं ये कह सकती हूं कि वो यहां से एक वॉव फेक्टर जरूर लेकर जाएंगे।
आह्वान के बाद कई प्रतिष्ठित परिवार अभियान से जुड़े
इंदौर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने बताया कि इंदौर की जनता उनसे (एनआरआई) जुड़े इसे लेकर ये आह्वान किया कि क्यों न हम कुछ प्रवासी भारतीयों को कुछ चिन्हित परिवारों में रुकवाएं। शहर के कई प्रतिष्ठित परिवार इस अभियान से जुड़ गए हैं। लगभग 100 परिवारों ने इसमें सहमति दे दी है। उनके घरों का वेरिफिकेशन करने इंदौर विकास प्राधिकरण सहित प्रशासन के अधिकारी जाते हैं। सुरक्षा की दृष्टि से भी देखा जाता है। दूरी को भी देखा जाता है।