यातायात थाने में आग, संतरी-मुंशी बेखबर, जब्ती की 10 गाड़ियां जलकर खाक

ग्वालियर. थाने के अंदर खड़ी 10 गाड़ियां धूं धूं कर जल गईं। हादसा झांसी रोड पर यातायात थाने में हुआ। उस वक्त मुंशी और संतरी ड्यूटी पर थे, लेकिन दोनों बेखबर रहे। पुलिस कस्टडी में खड़ी गाड़ियां कैसे जलीं। वजह सामने नहीं आई है। पुलिस के साथ दमकल अमला भी जांच कर रहा है। इस आशंका से इंकार नहीं किया जा रहा है, किसी वाहन चालक ने चालानी कार्रवाई की खुन्नस में गाड़ियों को फूंका है। इसके अलावा शॉर्ट सर्किट को भी घटना की वजह माना जा रहा है।

पुलिस ने बताया झांसी रोड पर यातायात थाने में खड़ी 10 गाड़ियों मेें आग लग गई। हादसा रविवार रात को हुआ। इनमें 8 गाड़ियां जब्ती की थीं। एक बाइक सरकारी और दूसरी ड्यूटी पर मौजूद यातायात थाने के मुंशी अजय कुमार की थी। घटना के वक्त थाने पर मुंशी अजय कुमार के अलावा संतरी मौजूद था। बाकी स्टाफ ड्यूटी पूरी कर घर चला गया था। दोनों पुलिसकर्मी यह नहीं बता पाए कि गाड़ियों में आग कैसे लगी है। उनकी मौजूदगी में किसी ने थाने में घुसकर गाड़ियों में आग लगाई है या फिर किसी और कारण से आग लगी है।

यहां खड़ी थी गाड़ियां

यातायात थाने के पिछले हिस्से में वाहन पार्क किए जाते हैं। सभी गाड़ियां उसी हिस्से में खड़ी थीं। इनमें आग रात 11 बजे के बाद भडक़ी। गाड़ियों से लपटें उठीं तब मुंशी अजय और संतरी को पता चला, लेकिन दोनों आग नहीं बुझा पाए। क्योंकि सभी गाड़ियों की टंकी में पेट्रोल था। मिनटों में गाड़ियां जलकर खाक हो गईं।

इस बिंदू पर भी जांच

रविवार को भी कई लोगों ने नए साल के जश्न में पटाखे फोडे़ हैं। आशंका है कोई पटाखा थाने के उस हिस्से में गिरा है जहां गाडिय़ां खड़ी थीं।

उसकी चिंगारी से आग लगी।

सीसीटीवी नहीं, देर रात शिकायत

थाने के पिछले हिस्से में सीसीटीवी नहीं है, इसलिए पता नहीं चला आग कैसे लगी। देर रात यातायात थाने के मुंशी अजय कुमार ने झांसी रोड थाने जाकर आगजनी की शिकायत दर्ज कराई।

शराबी पर शक

थाने के अंदर खड़ी गाड़ियों में आग कैसे लगी। वजह सामने नहीं आई है। उधर घटना को साजिश भी बताया जा रहा है। यातायात पुलिसकर्मियों का ही कहना है रविवार को नशे में बाइक चला रहे युवक को पकड़ा था। उसका चालान भी किया था।

चालानी कार्रवाई से नशेबाज आक्रोश में भी था। आगजनी में चालान की खुन्नस से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।

यातायात थाने के अंदर खड़े 10 वाहन जल गए। इनमें 8 जप्ती के वाहन थे। जबकि एक सरकारी मोटरसाइकल और दूसरी पुलिसकर्मी की थी। आग कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है। फिलहाल कारण सामने नहीं आया है।

मृगाखी डेका, एएसपी यातायात

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