गुना के बीजेपी सांसद ने महिला कलेक्टर को लेकर दिया विवादित बयान
भोपाल: मध्यप्रदेश की गुना लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद केपी यादव एक विवादित बयान सामने आया है. यह बयान सांसद केपी यादव ने महिला कलेक्टर को लेकर दिया है. बताया जा रहा है कि अशोक नगर में खराब फसलों की समस्या को लेकर हो रहे प्रदर्शन के दौरान बीजेपी सांसद गुस्सा हो गए. बताया जा रहा है कि केपी यादव इसलिए नाराज हो गए क्योंकि एडीएम उनसे ज्ञापन लेने नहीं पहुंची थीं.
सांसद केपी यादव ने अपने विवादित बयान में कहा है, “पहले जो सांसद थे, उनके चरण चुंबन करने वो (महिला कलेक्टर) गांव-गांव पहुंच जाती थीं.” आपको बता दें कि गुना के पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं और केपी यादव उनके सांसद प्रतिनिधि थे. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की गुना लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार रहे कृष्णपाल (केपी) यादव ने कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को सवा लाख वोटों से पराजित किया था.
विधानसभा टिकट पर मनमुटाव
कहा जाता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के नजदीकी रहे केपी यादव अशोकनगर जिले की मुंगावली विधानसभा सीट से 2018 के विधानसभा चुनावों में अपने लिए कांग्रेस से टिकट मांग रहे थे. सिंधिया ने भी केपी के लिए हामी भर दी थी और उनसे क्षेत्र में प्रचार करने को कह दिया गया था, लेकिन ऐन मौके पर उनका टिकट काट दिया गया था.
बीजेपी का दामन थामा
इससे नाराज केपी यादव ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. हालांकि, विधानसभा चुनावों में उनको कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह यादव से करीबी हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद बीजेपी ने उनको लोकसभा चुनाव में सिंधिया के खिलाफ उतार दिया था.
कोई नहीं हरा पाया था
सिंधिया राजघराने के परिवार की तीन पीढ़ियों को गुना लोकसभा सीट से 14 बार सांसद के तौर जनता ने चुनकर भेजा है. सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी विजयाराजे सिंधिया 6 बार गुना से सांसद रहीं, तो उनके पिता माधवराव 4 बार चुने गए थे। ज्योतिरादित्य ने भी चार बार इस क्षेत्र का संसद में प्रतिनिधित्व किया. बीजेपी ने इससे पहले जयभान सिंह पवैया, नरोत्तम मिश्रा को भी ज्योतिरादित्य के खिलाफ मैदान में उतारा था, लेकिन वे भी खेत रहे थे.