भिंड/ गोहद :आरओ वाटर की शुद्धता की कोई गारंटी नहीं क्योंकि प्लांट पर लैब सुविधा ही नहीं ..?
लोगों के साथ धोखाधड़ी …?
मिनरल वाटर के नाम पर गोहद में लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। नगर में पांच आरओ(रिवर्स ओस्मोसिस वाटर) प्लांट संचालित हो रहे हैं। हर दिन 15हजार से अधिक आरओ पानी से भरी कैन घर, सरकारी और प्राइवेट ऑफिस और बाजार में दुकानों पर सप्लाई हो रही है। जिससे हर महीने करीब 15 से 20 लाख का कारोबार हो रहा है।
लोग इस पानी को शुद्ध मानकर पी रहे हैं, लेकिन इसकी शुद्धता की कोई गारंटी नहीं है। कुछ समय पहले जांच के दौरान पानी में बैक्टीरिया मिले थे। उसके बाद भी प्लांट संचालकों के खिलाफ संबंधित विभागों के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की।
गौरतलब है कि नगर में 20 लीटर वाली पानी की कैन 20 रुपए रोज पर घर और प्रतिष्ठान तक पहुंचाई जाती है। जहां तक पानी की गुणवत्ता का सवाल है तो इस बारे में यहां कोई भी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है। नगर पालिका और स्वास्थ्य विभाग के पास पानी की जांच की कोई सुविधा नहीं हैं। पीएचई में बोरिंग के पानी की जांच तो होती है, लेकिन मिनरल वाटर के नाम पर बिक रहे आरओ या फिल्टर वाटर की जांच नहीं होती।
मिनरल वॉटर नहीं आरओ का पानी
नगर के पानी में हार्डनेस टोटल डिजॉल्व साल्ट (टीडीएस) की मात्रा ज्यादा है। इससे पेट से संबंधित बीमारियां हो रही हैं। ऐसे में लोग पानी की फैक्ट्रियों से रोजाना पीने के लिए शुद्ध पानी के भरोसे में केन खरीद रहे हैं। यह पानी मिनरल वाटर कहकर बेचा जा रहा है, लेकिन यह मिनरल वाटर नहीं होते हुए सिर्फ आरओ का पानी है।
चुनाव बाद जांच कराएंगे
निकाय चुनाव के चलते काम अभी अधिक है। चुनाव बाद नगर में संचालित आरओ प्लांट के पानी की जांच कराई जाएगी। -सतीश कुमार दुबे, सीएमओ, नपा, गोहद
घरों में चल रहे प्लांट
नगर में आरओ प्लांट घरों से ही संचालित किए जा रहे हैं बताया जा रहा है कि घरों में बोर खनन कर पानी की बिक्री की जा रही है। पानी के व्यवसाय के लिए जो भी नियम बने हैं उसका प्लांट संचालकों द्वारा पालन किया जा रहा है या नहीं इसकी जांच नहीं होती है। आप खुद सोच सकते हैं कि घर बैठे 20 रु पए में मिलने वाली मिनरल वाटर की कैन की गुणवत्ता कैसी होगी।
मानक की अनदेखी
- वाटर प्लांट में आरओ सिस्टम तो हैं, लेकिन पानी की जांच के लिए लैब नहीं है।
- आरओ वाटर प्लांट को आईएसआई सर्टिफाइड होना चाहिए। लेकिन नगर में संचालित किसी भी प्लांट पास यह सर्टिफिकेट नहीं है।
- नपा में पानी के प्लांट का रजिस्ट्रेशन नहीं है।
- फूड सेफ्टी एक्ट के अनुरूप साफ-सफाई नहीं रखते हैं।
नपा में किसी भी आरओ प्लांट का नहीं है पंजीयन
नगर में पांच आरओ प्लांट संचालित हो रहे हैं। नगर पालिका से मिली जानकारी के अनुसार किसी भी प्लांट का नपा में पंजीयन नहीं है। हर प्लांट रोजाना300 से 400 कैंपर पानी बेच रहा है। हर कैंपर पर महीने के 550 से 600 रुपए वसूले जाते हैं।