इंदौर, बीते 10 सालों में इंदौर तस्करों का सबसे महफूज ठिकाना बन गया है। सप्लाई के साधन सहजता से उपलब्ध होने के कारण तस्कर देश के विभिन्न हिस्सों में इंदौर से गांजा, ब्राउन शुगर, स्मैक, हेरोइन और चरस की सप्लाई करते हैं। कमाई का आसान जरिया होने के कारण इंदौर के ज्यादतर हिस्सों में पैडलर सक्रिय हैं।
एनसीबी की एक रिपोर्ट के मुताबिक गांजा की सबसे ज्यादा सप्लाई ओडिशा से हो रही है। बड़ी बात यह कि इंदौर के रास्ते 17 राज्यों में गांजा सप्लाई होता है। देवास, धार, खरगोन, सेंधवा में गांजा की खेती भी होती है, लेकिन ओडिशा के काला गांजा की डिमांड ज्यादा है। ब्राउन शुगर, स्मैक, चरस और एमडीएमए के लिए भवानी मंडी, चौमेला और प्रतापगढ़ के तस्करों ने बड़ा नेटवर्क तैयार कर लिया है।
इन इलाकों में सक्रिय महिला तस्करक्राइम ब्रांच एडीसीपी गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक बीते दो सालों में महिलाएं भी मादक पदार्थों की सप्लाई करने लगी हैं। पिछले दिनों बाणगंगा, परदेशीपुरा, हीरा नगर और राजेंद्र नगर थाना में कई महिलाएं पकड़ी गईं जो गांजा ही नहीं, बल्कि ब्राउन शुगर की सप्लाई भी करतीं थीं। वर्ष 2019 में पकड़ी गई 70 किलो एमडीएमए में तो मुंबई ही एक महिला तस्कर पकड़ गई, जिसके तार अफगानी तस्करों से जुड़े थे।
14 जगह छापे मारकर जब्त की शराब, महुआ लहान नष्ट किया
आबकारी विभाग ने महू में विभिन्न स्थानों पर अवैध मदिरा की रोकथाम के लिए अभियान चलाया। महू के ग्राम बाइग्राम, गाजिंदा, चोरल व अन्य स्थानों पर दबिश देकर 14 छापों में 12 प्रकरण दर्ज किए। इस दौरान 55 लीटर हाथ भट्टी शराब जब्त की गई। साथ ही 800 किलो महुआ लहान जब्त कर मौके पर ही नष्ट किया गया। मदिरा, महुआ लहान व सामग्री का कुल बाजार मूल्य करीब एक लाख 36 हजार रुपये है।