भिंड के कुडेश्वर महादेव पर 1100 हनुमान चालीसा पाठ
भगवान शनिदेव की हुई महाआरती, बांके बिहारी के श्रृंगार से सजा राम दरबार
भिंड में मौनी अमावस्या पर कुंडेश्वर महादेव मंदिर उदासीन आश्रम पर भव्य धार्मिक आयोजन किया गया। यह 1100 हनुमान चालीसा का पाठ कर श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव की गंगा की बहायी। इस दौरान भगवान शनिदेव की 1100 दीपों से महाआरती की गई।
शनि अमावस्या के अवसर पर भिंड के कोतवाली के नजदीक स्थित कुंडेश्वर महादेव मंदिर पर धार्मिक आयोजनों का सिलसिला सुबह से शुरु हो चुका था। सुबह के समय भगवान कुंडेश्वर महादेव, भगवान शनि देव का अभिषेक किया गया। न्याय के देवता भगवान शनि देव का सुबह करीब 10:00 बजे तेल अभिषेक दोपहर 11:00 बजे शनिदेव सहस्त्रनामावली के बाद हवन पूजन व भंडारा प्रसादी का आयोजन किया गया। शाम के समय करीब 6:00 बजे भगवान शनिदेव की महा आरती की गई जिसमें श्रद्धालुओं ने 1100 दीपों को प्रज्वलित कर महा आरती में से लेकर पूजा अर्चना कर मन्नत मांगी।
शाम करीब 7:00 से 9 बजे तक 1100 हनुमान चालीसा के संगीत में पाठों का आयोजन किया गया। शनि अमावस्या पर भगवान कुंडेश्वर महादेव भगवान शनि देव के साथ रामभक्त हनुमान की स्तुति का गायन किया गया। मौके पर श्रद्धालुओं के लिए भंडारा प्रसादी का भी आयोजन किया गया। मंदिर परिसर में भक्ति की गंगा देर रात तक बैठी रही और श्रद्धा बाद इस धार्मिक आयोजन में गोते लगाते रहे। इस मौके पर पंडित शंभुशरण शास्त्री, पंडित प्रद्युम्न शास्त्री, कमल किशोर शर्मा मौजूद रहे।
भगवान बांके बिहारी के श्रृंगार की दिखी छटा
मंदिर के पुजारी विजय महाराज ने बताया इस धार्मिक आयोजन के दौरान भगवान बांके बिहारी के श्रृंगार को लाया गया। मंदिर में स्थित कुंडेश्वर महादेव का अद्भुत श्रृंगार किया गया। इसी तरह भगवान शनि देव की प्रतिमा को सजाया गया। भगवान राम दरबार राधा कृष्ण और विष्णु लक्ष्मी जी का भी सिंगार बांके बिहारी के रूप में किया गया जिसकी अद्भुत छटा को देखकर हर श्रद्धालु का मन भक्ति के भाव डूबा रहा।