प्रदेश में छह हजार से ज्यादा स्कूल जर्जर, मरम्मत के लिए ₹150 करोड़ मंजूर
ज्यादा जर्जर स्कूल रीवा, धार, सतना, छिंदवाड़ा में: अब सूबे के सरकारी प्राइमरी और मिडिल स्कूलों के लिए दो साल बाद मिला बजट …
मध्यप्रदेश में 6048 स्कूल जर्जर स्थिति में हैं। दो साल बाद इनकी मरम्मत के लिए बजट मंजूर किया गया है। राज्य शिक्षा केंद्र ने सभी 52 जिलों में सरकारी स्कूलों की मरम्मत के लिए 150 करोड़ 49 लाख रुपए मंजूर किए हैं। विभाग की ओर से जारी आदेश में सभी काम 31 मार्च 2023 तक पूरे करने के निर्देश दिए गए हैं। सबसे ज्यादा रीवा, धार, सतना, छिंदवाड़ा जिले में स्कूल जर्जर हैं। अब उम्मीद जताई जा रही है कि नए सत्र में जब बच्चे पढ़ने जाएंगे तो उन्हें जर्जर स्कूल भवन-कक्षाओं में नहीं बैठना पड़ेगा। अधिकारियों के अनुसार, स्वीकृत राशि से स्कूलों के दरवाजे, खिड़कियां, फर्श, टॉयलेट, छत, बाउंड्रीवॉल सहित अन्य काम कराए जाएंगे।
हरदा: स्कूल की दीवारों से झड़ रहा प्लास्टर
6048 सरकारी प्राइमरी-मिडिल स्कूलों की मरम्मत के लिए 150 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं। मार्च तक मरम्मत कराने के निर्देश दिए हैं।
-धनराजू एस, संचालक राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल मध्यप्रदेश
नर्मदापुरम के शासकीय प्राथमिक शाला कोठी बाजार की हालत जर्जर है। दीवारों पर सीलन और जगह-जगह दरारें पड़ चुकी है। हालात यह है कि बारिश के समय स्कूल की छत से पानी टपकता है। पन्नी डालकर पानी से बचाव किया जाता है।
जिला स्कूल मंजूर राशि
रीवा 244 7,28,19,106
धार 216 4,28,88,023
सतना 198 4,92,61,202
छिंदवाड़ा 198 3,76,15,275
बैतूल 158 3,77,05,922
सिवनी 158 3,51,25,225
शिवपुरी 156 5,25,13,425
बड़वानी 154 2,64,39,573
बालाघाट 154 4,10,76,045
छतरपुर 148 3,68,95,601