आजम खां और उनके 40 करीबियों पर 2 और मुकदमे दर्ज, गरीबों ने लगाया ये आरोप

गरीबों के तबेले से जबरन भैंसें खुलवाने और दिनदहाड़े डाका डलवाने की साजिश रचने के आरोप में सपा सांसद आजम खां उनके मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू, तत्कालीन सीओ आले हसन, एसओजी के सिपाही धर्मेंद्र समेत 40 लोगों के खिलाफ सोमवार को शहर कोतवाली में गंभीर धाराओं में दो और मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। आजम खां पर पांच दिन में इसी तरह के आरोपों में अब तक नौ मुकदमे हो चुके हैं।

सपा सरकार में मुहल्ला घोसियान में मंडलभर का फोर्स लगाकर यतीमखाना खाली कराया गया था। इस दौरान लोगों के  घरों को ध्वस्त कर दिया गया था और खाली कराई गई जमीन पर आजम खां का रामपुर पब्लिक स्कूल बनवाया जा रहा है। पिछले दिनों यतीमखाना के कुछ बाशिंदों ने डीएम-एसपी से शिकायत की थी। जिनके प्रार्थना पत्रों की पहले तो पुलिस ने जांच कराई और उसके बाद जैसे-जैसे जांच रिपोर्ट आती रही, मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को शहर कोतवाली में यतीमखाना, घोसियान निवासी कमर पुत्र बदलू और इरफान पुत्र शराफत की ओर से मुकदमें दर्ज कराए गए हैं।

इनमें तत्कालीन मंत्री मोहम्मद आजम खां, उनके मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू, उस वक्त सीओ सिटी रहे आले हसन खां, उनका बेहद करीबी एवं एसओजी का सिपाही धर्मेंद्र समेत 40 लोगों को आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि आजम के इशारे पर एक सोची समझी साजिश के तहत उनके घरों को ध्वस्त किया गया, दिनदहाड़े उनकी भैंसे खुलवाकर आजम खां के तबेले में भिजवाई गईं और लूटपाट की गई। एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा  ने बताया कि कुछ पीड़ित परिवारों ने शिकायत की थीं। इनकी जांच कराई गई थी। जांच के बाद तहरीर के आधार पर सांसद आजम खां समेत सभी आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई हैं।

आजम से जुड़ी शिकायतों की जांच रिपोर्ट तलब

सपा सांसद आजम खां से जुड़ी शिकायतों की जांच में सुस्ती पर सख्त डीएम ने स्टैडिंग कमेटी के साथ ही अन्य अफसरों को जांच रिपोर्ट को जल्द से जल्द भेजने के निर्देश दिए हैं।

सपा सांसद आजम खां इन दिनों मुश्किलों में घिरे हुए हैं। एक के बाद एक शिकायतें प्रशासन के पास पहुंच रही हैं, जिनकी जांच कराई जा रही हैं। तमाम मामलों की जांच पूरी हो चुकी है, जिस पर एक्शन भी हो चुका है, लेकिन अभी भी करीब आधा दर्जन से ज्यादा शिकायतें लंबित पड़ी हैं। इनमें हमसफर रिसोर्ट की दीवार के ध्वस्तीकरण के दौरान निकली पुरानी ईंटे, जौहर विश्वविद्यालय में शेरों की मूर्तियों समेत कई प्रमुख शिकायतें शामिल हैं।

जांच रिपोर्ट मिलने में हो रही देरी से शासन और डीएम खफा हैं। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने लंबित शिकायतों को गंभीरता से निस्तारण न करने पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने लंबित शिकायतों की तत्काल जांच रिपोर्ट तलब की है। डीएम ने साफ किया है कि शिकायतों के निस्तारण में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने स्टैंडिंग कमेटी के पास लंबित शिकायतों का निस्तारण कराने के आदेश दिए हैं।

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