उप्र / चंद्रयान-2 को चंद्रमा की सतह पर उतरते हुए प्रधानमंत्री के साथ देखेगी किसान की बेटी राशि
लखनऊ. चंद्रयान-2 मिशन की चंद्रमा पर लैडिंग के ऐतिहासिक पल की गवाह लखनऊ की एक बेटी राशि वर्मा भी बनेगी। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बेंगलुरू में इसरो से चंद्रयान-दो की लाइव लैडिंग का नजारा देखेगी। राशि ने कहा- साइंस क्विज का विजेता बनने पर सर्टिफिकेट मिलेगा, यह सोचा था। लेकिन पीएम से सीधे रूबरू होने का मौका मिल जाएगा, इसकी उम्मीद बिल्कुल नहीं थी। सात सितंबर को 1:55 बजे चंद्रयान-2 मिशन की चंद्रमा पर लैडिंग होगी।
जानकीपुरम में रहने वाली राशि वर्मा यहां दिल्ली पब्लिक स्कूल की कक्षा 10वीं की छात्रा हैं।
प्रश्न- कैसे हुआ चयन?
जवाब- इसरो द्वारा आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता के बारे में कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. नीरू भास्कर को एक वेबसाइट से पता चला था। कक्षा नौ से 12 तक के 150 बच्चों ने हिस्सा लिया था। जिसमें मैं भी शामिल थी। स्पेस से जुड़े सवाल पूछे गए थे। बाद में इसरो ने ईमेल भेजकर सिलेक्शन की जानकारी दी।
प्रश्न- किस तरह के सवाल पूछे गए?
जवाब- पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन थी। दस मिनट में 20 प्रश्नों के जवाब देने थे। सभी प्रश्न स्पेस से जुड़े थे।
प्रश्न- किस तरह का उत्साह है?
जवाब- मुझे लगता था कि प्रतियोगिता में चयन के बाद सर्टिफिकेट मिलेगा। अब सीधे पीएम से मुलाकात के साथ चंद्रयान-दो की सफलता का भी गवाह बनने का मौका मिलेगा, इसको लेकर बेहद खुशी है। परिवार में भी खुशी का माहौल है।
प्रश्न- माता-पिता क्या करते हैं?
जवाब- मैं अपने माता-पिता की इकलौती बेटी हूं। पिता राजकुमार वर्मा किसान हैं। मां सीमा देवी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं। यहां लखनऊ में जानकीपुरम के सेक्टर नौ में बुआ के घर रहकर पढ़ाई करती हूं।
प्रश्न- अपनी सफलता का श्रेय किसे देती हैं?
जवाब- निश्चित रूप से इस सफलता का श्रेय प्रिंसपल डॉक्टर नीरू भास्कर, डायरेक्टर ऋतु करीधा श्रीवास्तव और परिजनों को देती हूं।
प्रश्न- क्या बनना चाहती हैं?
जवाब- भविष्य में मैं आईएएस बनकर देश व समाजसेवा करना चाहती हूं।
प्रश्न- पीएम से मिलने का मौका मिला तो क्या कहेंगी?
जवाब- अगर मुझे पीएम मोदी से मिलने के दौरान सवाल पूछने का मौका मिला था तो मैं उनसे सवाल करूंगी कि, आप इतना सारा काम कैसे करते हैं और आप इतना फिट कैसे रहते हैं?