ग्वालियर,  राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन( एनएचएम ) संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक कांड जितनी उत्साह के साथ ग्वालियर पुलिस ने खोला था, अब ग्वालियर पुलिस इस मामले में उतनी ही सुस्त पड़ गई है। सरगनाओं की तलाश के नाम पर पुलिस ने कार्रवाई धीमी कर दी है। अब हर पुलिस अधिकारी का एक ही जवाब है, जब उत्तर प्रदेश और जयपुर वाले सरगना पकड़े जाएंगे, तब आगे की कड़ी खुलेगी। इसमें कुछ राजनीतिक रसूख दारों के दखल की भी खबर है।

ग्वालियर पुलिस ने 7 फरवरी को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा के मामले में पर्चा लीक करवाते हुए 8 लोगों को पकड़ा था। इसके बाद भोपाल से एक आरोपी पकड़ा गया। जिसके खाते में करीब सवा करोड़ रुपए का लेनदेन था। अब इस कांड के मुख्य किरदार राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल मिश्रा, पुष्कर पांडे प्रेम कुमार खींची की तलाश जारी है। इस मामले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की भी जमकर किरकिरी हुई है। इसके चलते इस मामले पर सभी चुप्पी साध गए हैं। जितना सामान्य इस मामले को माना जा रहा है, उतना यह है नहीं। पुलिस अधिकारियों से जुड़े सूत्रों का कहना है, एक ही के खाते में करीब सवा करोड़ रुपए का लेनदेन मिला है तो आशंका लगाई जा सकती है पूरे गिरोह ने कब से पर्चा बेचने की दुकान खोल रखी होगी। इसकी पड़ताल अभी धीमी पड़ गई है। इसकी वजह राजीव मिश्रा बताया जाता है, एक राजनीतिक संगठन के बड़े पद पर काबिज होने का कारण बताया जाता है। फिलहाल इस मामले की आग ठंडी पड़ गई है।