भोपाल। जिले में खनन माफिया द्वारा बड़े स्तर पर कोपरा, मुरम और रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। पुलिस -प्रशासन ने बेखौफ माफिया नदी, पहाड़ और यहां तक की किसान की खेती योग्य भूमि तक को खोद डालते हैं। इसके बाद भी इनके खिलाफ प्रशासन द्वारा कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जाती है। नतीजा खनन माफिया फिर से अवैध उत्खनन कर सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व की चपत लगाने लगते हैं। बीते दिनों कलेक्टर अविनाश लवानिया के निर्देश पर खनिज विभाग के अमले ने ग्राम पंचायत ईंटखेड़ी के मस्तीपुरा गांव में तबाड़तोड़ कार्रवाई करते हुए पांच करोड़ का जुर्माना तो लगा दिया, लेकिन इसको लेकर कोई सुनवाई शुरू नहीं हो सकी है। वहीं नजीराबाद थाना क्षेत्र में पार्वती नदी से रेत का अवैध उत्खनन करते हुए ट्रैक्टर- ट्राली को पकड़कर विभाग ने थाने में खड़ा करवाया था। इसमें भी कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है और ट्रैक्टर-ट्राली थाने द्वारा छोड़ दिए गए हैं।

11 फरवरी को हुई थी कार्रवाई, तय किया है पांच करोड़ जुर्माना

ग्राम पंचायत ईंटखेड़ी के गांव मस्तीपुरा में अवैध खनन किए जाने की शिकायत सरपंच हरि सैनी और ग्रामीणों द्वारा सीएम हेल्पलाइन व कलेक्टर से की गई थी। इसके बाद 11 फरवरी को खनिज विभाग और राजस्व की टीम ने कार्रवाई करते हुए मौके से पोकलेन, जेसीबी और डंपर जब्त कर प्रकरण बनाया था। इसके बाद विभाग ने अवैध उत्खनन वाली जगह का सीमकांन कराने के साथ ही सेटेलाइट इमेज के आधार पर जांच रिपोर्ट तैयार की है। जिसमेें खनन माफिया ने पहाड़ और सात हेक्टेयर जमीन से 34 हजार घनमीटर कोपरा मतलब 3450 डंपर कोपरा का

अवैध उत्खनन किया था। इसमें विभाग ने कुल पांच करोड़ का जुर्माना लगाते हुए प्रकरण कलेक्टर कोर्ट में लगा दिया है। जिसमें पुनीत जैन, शेखर पवार और डंपर व पोकलेन मालिक को आरोपित बनाया है। इस मामले में अब तक सुनवाई शुरू नहीं होने से खनन माफिया पर जुर्माना तय नहीं हो सका है।

पार्वती में अवैध उत्खनन पर नहीं दिया ज्यादा ध्यान

नजीराबाद और मलावर थाना क्षेत्र की सीमा में आने वाले ग्राम धामनतोड़ी व सीलखेड़ा में पार्वती नदी के किनारे से खनन माफिया कई महीनों से बेखौफ रेत खनन कर रहा था। इसकी शिकायत कलेक्टर से हुई तो खनिज अमले ने 23 फरवरी को कार्रवाई करते हुए ट्रैक्टर – ट्राली तो जब्त किए थे, लेकिन इसके बाद ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। नतीजा खनन माफिया के नाम का खुलासा नहीं हो सका है और न ही किसी तरह का कोई जुर्माना लगाया गया है। वहीं थाने में खड़े ट्रैक्टर- ट्राली को भी माफिया ने छुड़वा लिया है। बताया जा रहा है कि ट्रैक्टर- ट्राली के मालिक ने थाने में जुर्माना के तौर पर कुछ रुपये दिए हैं, इसके बाद वाहन छोड़े गए हैं।

इनका कहना है

मस्तीपुरा में पकड़ाए अवैध उत्खनन में प्रकरण तैयार कर लगभग पांच करोड़ का जुर्माना लगाया गया है। प्रकरण कलेक्टर कोर्ट में विचाराधीन है इस पर अभी सुनवाई शुरू नहीं हो सकी है। वहीं नजीराबाद थाने में पार्वती नदी से

जब्त ट्रैक्टर – ट्राली पर कुछ जुर्माना लगाया गया था, जिन्हें थाने से छोड़ दिया गया है।

 जिला खनिज अधिकारी, भोपाल