सीईओ ने उपाध्यक्ष पर दर्ज कराई एफआईआर, दिनभर के प्रदर्शन के बाद अध्यक्ष की फरियाद पर 6 अज्ञात पर केस

दिनभर चला हाईवोल्टेज ड्रॉमा …

भिंड जनपद पंचायत सीईओ सुनीता शर्मा और अध्यक्ष सरोज बघेल व उपाध्यक्ष शिवांकर सिंह भदौरिया के बीच तकरार बढ़ गई है। गुरुवार की रात 11 बजे सीईओ सुनीता शर्मा की फरियाद पर कोतवाली पुलिस ने उपाध्यक्ष शिवांकर सिंह भदौरिया उर्फ मयूर के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में केस दर्ज कर लिया। शुक्रवार की सुबह जब यह खबर शिवांकर परिवार के लोग लगी तो जनपद अध्यक्ष सरोज बघेल समेत अन्य सदस्य व भाजपा नेताओं ने कोतवाली घेर ली। दिनभर कोतवाली पर हाईप्रोफाइल ड्रामा चला।

अध्यक्ष समेत सदस्यों की मांग थी कि सीईओ सुनीता शर्मा और उनके पति सहित अन्य लोगों के विरुद्ध भी एफआईआर दर्ज की जाए। लेकिन शाम छह बजे जनपद अध्यक्ष बघेल की फरियाद पर कोतवाली पुलिस ने छह अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक आदेश का उल्लंघन करने और जान से मारने की धमकी देने की धारा में केस दर्ज किया। बता दें कि भिंड जनपद कार्यालय में गुरुवार की दोपहर सीईओ और अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के बीच विवाद हो गया था। इसके बाद सीईओ शर्मा शाम छह बजे वे कोतवाली में रिपोर्ट लिखवाने के लिए पहुंची।

इसके उपरांत दोनों पक्षों में राजीनामा के प्रयास भी हुए। लेकिन सीईओ एफआईआर के लिए अड़ गई। ऐसे में उपाध्यक्ष शिवांकर सिंह भदौरिया उर्फ मयूर ने भी एक आवेदन उनके विरुद्ध दिया। वहीं रात 11 बजे कोतवाली पुलिस ने सीईओ की फरियाद पर उपाध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। इस मामले में दोपहर करीब ढाई बजे भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाह भी जनपद सदस्यों की ओर से कोतवाली पहुंच गए।

भाजपाइयों ने हाइवे पर जाम का किया प्रयास
सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक जनपद सदस्यों की मांग नहीं मनी तो भाजपा नेताओं के साथ उन्होंने दोपहर 3.50 बजे कोतवाली बाहर के हाईवे पर ट्रैफिक जाम कर दिया। ट्रैफिक जाम होते ही कोतवाली में पदस्थ सब इंस्पेक्टर अतुल सिंह भदौरिया फोर्स के साथ उन्हें हटाने के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने उपाध्यक्ष शिवांकर के पिता अमर सिंह को समझाने का प्रयास किया। साथ ही 15 मिनिट का समय मांगा। इसके बाद गुस्साएं लोग सड़क से हट गए। वहीं करीब पांच मिनट बाद ही ट्रैफिक जाम खुल गया।

सुबह 11 बजे कोतवाली में एकत्रित होने लगे भाजपा नेता
भिंड जनपद में अध्यक्ष सरोज बघेल और उपाध्यक्ष शिवांकर सिंह भदौरिया भाजपा समर्थक हैं। वहीं सीईओ की फरियाद पर उपाध्यक्ष के विरुद्ध केस दर्ज होने की खबर जैसे ही पार्टी के लोगों को लगी तो वे लोग कोतवाली पर एकत्रित होने लगे। उपाध्यक्ष के पिता अमर सिंह भदौरिया, अध्यक्ष सरोज बघेल समेत अन्य सदस्यगण भी दोपहर 12.30 बजे तक कोतवाली पहुंच गए। उन सभी की मांग थी कि यदि उपाध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है तो सीईओ और उनके पति के खिलाफ भी केस दर्ज किया जाए। उनके पति हथियारबंद लोगों को लेकर जनपद कार्यालय आए। हम लोगों के साथ उन्होंने अभद्रता की।

अंत में अज्ञात पर बनी बात, अध्यक्ष को बनाया फरियादी
जनपद सदस्य मांग कर रहे थे कि सीईओ सुनीता शर्मा उनके पति व सात-आठ लोगों पर एफआईआर दर्ज की जाए। लेकिन पुलिस अफसर इस बात पर राजी नहीं थे। दिनभर चली खींचतान के बाद शाम साढ़े चार बजे भाजपा नेता छह अज्ञात लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के लिए राजी हो गए। वहीं पुलिस ने फरियादी उपाध्यक्ष के बजाय अध्यक्ष को बनाने के लिए कहा। इसके उपरांत अध्यक्ष सरोज बघेल की ओर से दूसरा आवेदन लिखा गया। शाम छह बजे छह अज्ञात लोगों पर केस दर्ज हुआ। वहीं रात 9 बजे सीईओ के पति डॉ पुष्पेंद्र दंडोतिया अपने साथ के लोगों को लेने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें थाने में बैठा लिया, रात 10.30 बजे तक वे थाने में बैठे रहे। उनका कहना था कि पुलिस उन्हें टार्चर कर रही है। उन पर केस दर्ज हो जाता तो वे जमानत तो करा लेते।

सीईओ के जेठ की गाड़ी में दो बंदूकें मिली
शुक्रवार की दोपहर चल रहे इसी प्रदर्शन के बीच पुलिस को सूचना दी गई कि सीईओ सुनीता शर्मा अपने परिवार के लोगों के साथ कार्यालय में बैठी है। उनके साथ हथियारबंद भी हैं। इस पर पुलिस जनपद कार्यालय पहुंची। जहां सीईओ शर्मा के जेठ की पुलिस ने तलाशी ली, जिसमें दो लोग हथियार के साथ मिले। वहीं पुलिस ने जब उनसे लाइसेंस मांगा तो उन्होंने दिखा दिया। ऐसे में पुलिस कोतवाली लौट आई। लेकिन फिर बात आई कि जब जिले में हथियार लेकर चलने पर धारा 144 लागू है तो यह लोग कैसे वहां बंदूक लिए बैठे हैं।

ऐसे में पुलिस पुन: जनपद कार्यालय पहुंची और उक्त लाेगों को हथियार के साथ देहात थाना भेज दिया।इस विवाद के बाद जनपद सीईओ सुनीता शर्मा ने प्रशासन से सुरक्षा गार्ड मांगा है। इस संबंध में उन्होंने कलेक्टर, एसपी को आवेदन दिया है। वहीं शुक्रवार की सुबह वे कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस से मिलने पहुंची। इसके बाद जनपद उपाध्यक्ष के समर्थक भी कलेक्टर से मिलने पहुंचे।

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