भिंड जनपद CEO को हटाया
भिंड जनपद CEO को हटाया:मनरेगा के भुगतान में अनियमितता का आरोप, जिपं में किया अटैच …
भिंड जनपद सीईओ सुनीता शर्मा दंडोतिया पर कार्रवाई की गाज गिरी है। उन पर मनरेगा के भुगतान में अनियमितताओं का आरोप लगा है। भिंड कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने ये कार्रवाई की है। अब जनपद सीईओ को जिला पंचायत कार्यालय में अटैच किया गया है। भिंड कलेक्टर की इस कार्रवाई को राजनीति चस्मा से भी देखा जा रहा है।
भिंड जनपद कार्यालय बीते गुरुवार से सुर्खियों में है। यहां जनपद सीईओ सुनीता शर्मा दंडोतिया और जनपद उपाध्यक्ष शिवांकर सिंह भदौरिया के बीच तीखी बहस हुई थी। दोनों ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए थे। इसके बाद भिंड जनपद पर राजनीति हावी हो गई। सीईओ ने उपाध्यक्ष के खिलाफ कोतवाली थाने में शासकीय कार्य में बाधा की एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद उपाध्यक्ष के बचाव में उतरी जनपद अध्यक्ष सरोज बघेल ने जनपद सीईओ के खिलाफ आवेदन दिया था जिस पर उनके द्वारा बंदूक धारी लोगों को जनपद में बुलाना और गाली गलौज के साथ धमकाने की बात कही थी। इस पर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। ये मामला अभी ठंडा हुआ नहीं था कि एक बार फिर से भिंड जनपद चर्चा का विषय बन गया। इस बार भिंड कलेक्टर ने जनपद सीईओ को हटाते हुए जिला पंचायत में अटैच किया है। हालांकि भिंड कलेक्टर ने मनरेगा भुगतान में अनियमितता की जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई किया जाना दर्शाया है। परंतु स्थानीय लोग इसे राजनीति का दूसरा पहलू बता रहे है। जनपद उपाध्यक्ष के खिलाफ होने वाली FIR से जोड़कर देख रहे हैं।
इसलिए हुई कार्रवाई
मनरेगा भुगतान में अनियमितता के चलते नोटिस जिला पंचायत सीईओ मनोज कुमार सरियाम ने भिंड जनपद की सीईओ सुनीता शर्मा, जनपद की सहायक लेखाधिकारी चित्रा शिवहरे, एपीओ अमित शर्मा को नोटिस थमाया था। इस पर एक जांच कमेटी गठित की गई थी। इस जांच कमेटी में 60:40 के हिसाब से भुगतान न होना पाया गया। वहीं FIFO के मुताबिक भी मनरेगा का भुगतान नहीं होना पाया। इसी के चलते ये कार्रवाई भिंड कलेक्टर ने 20 मार्च को की है।