नहीं बिकेगी 4 अंकों की हॉलमार्क ज्वैलरी, 6 अंकों वाला कोड होगा जरूरी
नया वित्तीय वर्ष: 1 अप्रेल 2023 से शुरू होने वाले नए वित्तीय वर्ष में होने जा रहे हैं आपकी जिंदगी से जुड़े कई अहम बदलाव …
नहीं बिकेगी 4 अंकों की हॉलमार्क ज्वेलरी ..
ग्वालियर. वित्त वर्ष 2022-23 खत्म होने में अब सिर्फ दो ही दिन शेष रह गए हैं। 1 अप्रेल 2023 से नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत होगी, जो अपने साथ कई छोटे-बड़े बदलाव लेकर आएगी। कई सरकारी योजनाएं और वार्षिक प्रक्रियाएं हैं, जो समाप्त हो जाएंगी। आइए जानते हैं, क्या होंगे रोजमर्रा से जुड़े बदलाव।
बदलेंगे टीडीएस के नियम भी
मार्केट लिंक्ड डिबेंचर यानी सूचीबद्ध ऋणपत्रों (एमएलडी) के ब्याज के भुगतान पर टीडीएस कटौती में अब तक मिल रही छूट खत्म हो जाएगी।
ईपीएफ से निकासी के समय पैन नंबर नहीं देने पर 20 प्रतिशत टीडीएस कटेगा।
एनआरआइ और विदेशी कंपनियों को भुगतान किए गए आय पर 20 प्रतिशत टीडीएस कटेगा।
विदेशी शेयरों में निवेश और रेमिटेंस पर 5 प्रतिशत के बदले 20 प्रतिशत टीडीएस कटेगा, इससे निवेश के साथ विदेश घूमना महंगा होगा।
हॉलमार्क को लागू हुए अभी दो साल भी पूरे नहीं हुए हैं कि अब 1 अप्रेल से इसमें बदलाव किया जा रहा है। सराफा बाजार में अब 4 अंकों के हॉलमार्क की जगह 6 अंकों की एचयूआइडी ज्वैलरी बिकेगी। सराफा बाजार में व्यवसायी सिर्फ यही ज्वैलरी बेच सकेंगे। सोने की शुद्धता पहचानने के लिए हॉलमार्क जून 2021 से लागू किया गया था। अभी यह पूरी तरह से लागू भी नहीं हो पाया है। अब ज्वैलरी की पहचान के लिए एचयूआइडी जरूरी किया जा रहा है। एचयूआइडी (हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन डिजिट) ज्वैलरी की पहचान का एक नंबर होता है। यह 6 अंकों का अल्फान्यूमेरिक कोड है।