एनएचए की पहल:क्वालिटी मॉनिटरिंग के लिए एनएचए की पहल, रोड कंस्ट्रक्शन और मेंटेनेंस की हर 6 महीने में ड्रोन से होगी वीडियोग्राफी
- एनएचएआई ने स्पेसिफिकेशन और मैथेडोलॉजी भी तैयार की है जिसे संबंधित कॉन्ट्रेक्टर को फाॅलो करना होगा
नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने निर्माणाधीन सड़कों के अलावा मेंटेनेंस वाली सड़कों की ड्रोन से वीडियो रिकॉर्डिंग अनिवार्य कर दी है। सड़कों की क्वालिटी की मॉनिटरिंग के लिए ऐसा किया गया है। इसके लिए एनएचएआई ने स्पेसिफिकेशन और मैथेडोलॉजी भी तैयार की है जिसे संबंधित कॉन्ट्रेक्टर को फाॅलो करना होगा। इसकी रिकॉर्डिंग टीम लीडर की उपस्थिति में की जाएगी।
कई सड़कों पर यह काम शुरू भी हो गया है। अधिकारियों के मुताबिक संबंधित रोड वर्क की ड्रोन रिकॉर्डिंग प्रोजेक्ट डायरेक्टर (पीडी) और रीजनल मैनेजर भी करवा सकते हैं। इसके अलावा कॉन्ट्रेक्टर द्वारा तैयार किए गए वीडियो का प्रोजेक्ट डायरेक्टर को फील्ड पर जाकर इंस्पेक्शन भी करना होगा, उन्हें क्राॅसचेक करना होगा कि जो वीडियो बनाया गया है उसमें कुछ फेक तो नहीं है।
डाटा लेक लिंक पर करना होगा अपलोड
इसके तहत रिकॉर्डेड वीडियो को एनएचएआई की डाटा लेक लिंक पर भी लोड करना होगा ताकि किए गए काम का आकलन किया जा सके। खास बात यह है कि यह परमानेंट रिकॉर्ड के रूप में रखा जाएगा ताकि किसी भी तरह के विवाद की स्थिति में इस वीडियो का रिफ्रेंस के रूप में उपयोग किया जा सके।