वॉशिंगटन- अमेरिका में 6 फीमेल टीचर्स गिरफ्तार …! इन पर नाबालिग छात्रों से संबंध बनाने का आरोप,
टीचर्स की उम्र 25 से 38 साल के बीच …
अमेरिका में 6 वुमन टीचर्स को गिरफ्तार किया गया है। इन पर नाबालिग छात्रों से संबंध बनाने का आरोप है। इन सभी फीमेल टीचर्स को 2 दिन चली जांच के बाद गिरफ्तार किया गया है।
एक तरफ जहां सभी विक्टिम स्टूडेंट्स की उम्र 16 साल या उससे कम है, तो वहीं दूसरी ओर टीचर्स की उम्र 25 से 38 साल के बीच बताई गई है। 2019 में भी अमेरिका में ऐसा ही केस सामने आया था। उस वक्त तीन फीमेल टीचर्स को गिरफ्तार किया गया था।
अलग-अलग स्कूल की टीचर्स और स्टूडेंट्स
‘द न्यूयॉर्क पोस्ट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक- गिरफ्तार की गईं टीचर्स और विक्टिम स्टूडेंट्स किसी एक स्कूल से नहीं हैं, बल्कि ये अलग-अलग एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स से ताल्लुक रखते हैं।
गिरफ्तार की गई एक महिला टीचर का नाम एलन शेल है। उसकी उम्र 38 साल है। शेल पर 16 साल के एक स्टूडेंट से कई बार संबंध बनाने का आरोप है। फिलहाल, वो डेनविले के वुडलॉन एलीमेंट्री स्कूल में पोस्टेड हैं। इसके पहले वो लैंकस्टर के एलीमेंट्री स्कूल में थी। स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन ने ही शेल के बारे में पुलिस को जानकारी दी थी।
रेप केस दर्ज
- 32 साल की हीदर हेरे पर भी नाबालिग छात्र से संबंध बनाने का आरोप है। वो अरकांसस के स्कूल में पोस्टेड है। एमिली हनूक की उम्र 26 साल है। खास बात यह है कि हनूक ने 15 साल के स्टूडेंट पर संबंध बनाने का दबाव डाला। पुलिस को एक मुखबिर के जरिए हनूक की जानकारी मिली थी। इस बारे में जांच शुरू की गई और आरोप सही पाए गए।
- इसके अलावा एलेमा डेलेंसी को भी इसी आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वो वेल्सटन पब्लिक स्कूल में टीचर है। उस पर आरोप है कि उसने नाबालिग से स्कूल बिल्डिंग में ही संबंध बनाए। बाद में उस पर चुप रहने का दबाव डाला। क्रिस्टन गेंट आयोवा के एक स्कूल में पोस्टेड है। उस पर कई नाबालिग लड़कों से संबंध बनाने का आरोप है।
- पुलिस ने इन सभी टीचर्स पर नाबालिगों से रेप के आरोप लगाए हैं। इन्हीं मामलों में अब इन पर केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक- कुछ आरोपी टीचर्स सोशल मीडिया और खासतौर पर स्नैपचैट के जरिए विक्टिम्स से संपर्क में रहती थीं। सभी पर चार तरह के आरोप लगाए गए हैं।
बंद कमरे में होगी सुनवाई
‘फॉक्स न्यूज’ के मुताबिक- सभी मामलों में विक्टिम्स नाबालिग हैं। लिहाजा, 6 टीचर्स के खिलाफ सुनवाई कोर्ट बंद कमरे में करेगा। बहुत मुमकिन है कि विक्टिम्स की काउंसलिंग के बाद ही उनके बयान दर्ज किए जाएं। इसके लिए जरूरी नहीं कि उन्हें कोर्ट आना पड़े। ये वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बयान दर्ज करा सकते हैं।
इस बीच, जिन स्कूलों में ये घटनाएं हुई हैं, उनसे भी जवाब तलब किया गया है। स्कूलों से कहा गया है कि वो लिखित में अपने बयान वकीलों के जरिए कोर्ट के सामने पेश करें। अभी यह तय नहीं कि सुनवाई कब शुरू होगी।