ग्वालियर. शहर में अनुमति के विपरीत और बिना अनुमति तैयार किए गए भवनों का सर्वे शुरू कराया जाएगा। नगरीय प्रशासन आयुक्त भरत यादव द्वारा गत 14 अप्रैल को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान इसके निर्देश दिए गए थे। इन निर्देशों के पालन में नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने सात सदस्यीय दल का गठन कर दिया है। ये दल आज सुबह आठ बजे से पूर्व विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत विवेकानंद नीडम से नैनागिर चौराहा तक निर्मित भवनों का सर्वे शुरू कर 30 अप्रैल तक सिटी प्लानर को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।

नगरीय प्रशासन एवं विकास आयुक्त भरत यादव ने शहर में बिना अनुमति के निर्मित भवनों के सर्वेक्षण की कार्रवाई करने के लिए आयुक्त को निर्देश दिए थे। इसके बाद आयुक्त हर्ष सिंह ने निगम सीमा क्षेत्र में भवन निर्माण अनुमति के विपरीत, बिना अनुमति के निर्मित भवनों का सर्वेक्षण की कार्यवाही करने के लिए सात सदस्यीय दल का गठन किया। दल में सहायक नगर निवेशक बृजकिशोर त्यागी, भवन अधिकारी वीरेंद्र शाक्य, राजीव सोनी, पवन शर्मा, भवन निरीक्षक कालोनी सेल अमित गुप्ता, मानचित्रकार सुरुचि बंसल और भवन निरीक्षक क्षेत्र क्रमांक 14 अनिल श्रीवास्तव को शामिल किया गया है। वहीं उपायुक्त संपत्तिकर पूर्व विधानसभा को निर्देश दिए गए हैं कि आवश्यकता पड़ने पर संबंधित सह राजस्व निरीक्षक गठित दल के साथ समन्वय बनाकर कार्य करेंगे। दरअसल, नगरीय प्रशासन विभाग की मंशा है कि जिलों में जितने भी अवैध निर्माण हैं, उनको लेकर कुछ ठोस निर्णय लिए जाएं। यदि व्यक्ति ने भवन निर्माण की अनुमति के विपरीत मकान बनाया है, तो उसकी कंपाउंडिंग कर अतिरिक्त राशि वसूल की जाए। इसके अलावा यदि कोई निर्माण पूरी तरह से अवैध है, तो उसके खिलाफ तोड़फोड़ की कार्रवाई की जाए। ग्वालियर में अवैध निर्माण को लेकर लगातार शिकायतें मिलती रहती हैं। इसके चलते नगरीय प्रशासन आयुक्त ने ये सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं। सर्वे की रिपोर्ट पहले सिटी प्लानर, फिर नगर निगम आयुक्त के माध्यम से नगरीय प्रशासन विभाग भेजी जाएगी।