लैब टेस्ट में खुलासा:बिजली चोरी के शक में 1853 मीटर जब्त किए, 842 में मिली टेंपरिंग, लेकिन किसी पर भी एफआईआर नहीं कराई

मीटर में फेस बायपास… सर्किट डैमेज या फिर रिमोट सिस्टम …

अब इन सभी उपभोक्ताओं पर स्वीकृत लोड की एक वर्ष की दोगुनी दर से बिलिंग की जा रही है। वहीं कंपनी मीटर चेकिंग का दायरा बढ़ाने का दावा कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि गर्मी के सीजन में इस प्रकार की चोरी काफी बढ़ जाती है इसलिए अभियान चलाकर मीटर चेक कराए जाएंगे।

यह है मीटरों में छेड़छाड़ का हिसाब

  • 1853 मीटर जब्त अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक
  • 842 मीटरों में कंपनी को मिली टेंपरिंग
  • 537 मीटरों में मिली खराबी।
  • 474 मीटर जांच में सही पाए गए

चोरी के लिए ये तीन तरीके अपना रहे लोग

  • बायपास- कनेक्शन की सप्लाई लाइन को मीटर से बायपास कर दूसरी लाइन से सप्लाई शुरू करा लेते हैं। जिससे मीटर में सप्लाई ही नहीं आती और खपत कम होती है।
  • सर्किट- मीटर में एक सर्किट होता है जिसे यदि डैमेट कर दिया जाए तो खपत पूरी तरह दर्ज नहीं हो पाती। इसके लिए मीटर के पिछले हिस्से में छेद किया गया।
  • रिमोट- मीटरों के रीडिंग सिस्टम को रोकने वाले रिमोट सिस्टम बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। 3 से 5 हजार रुपए में मिलने वाले इन रिमोट से मीटरों की रीडिंग को दूर से ही बंद कर दिया जाता है।

2 प्रावधान… जुर्माना और एफआईआर

जिन उपभोक्ताओं के मीटरों में टेंपरिंग पाई जाती है उन पर बिजली कंपनी स्वीकृत लोड के अनुसार 1 वर्ष की बिजली की दोगुनी राशि का जुर्माना लगाती है। मीटरों में छेड़छाड़ कर बिजली चोरी करने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ एफआईआर कराने का प्रावधान है, लेकिन अधिकारी ऐसा नहीं करते। कारण, उपभोक्ता जुर्माना राशि अदा कर देता है और प्रकरण दर्ज कराने पर अमले को कोर्ट में लगाना पड़ेगा। (मीटर में छेड़छाड़ सिद्ध होने पर बिजली कंपनी के अधिकारियों को उक्त दो प्रावधानों में कार्रवाई के अधिकार प्राप्त हैं।)

टेंपरिंग करने वाले उपभोक्ताओं पर जुर्माना लगाएंगे

“चोरी के शक में जिन मीटरों को जब्त किया गया था, उनमें से 842 मीटरों में टेंपरिंग पाई गई है अब इन उपभोक्ताओं के खिलाफ जुर्माना किया जाएगा। शहर में चोरी रोकने मीटरों की चेकिंग विशेष तौर पर की जाएगी।”

नितिन मांगलिक, महाप्रबंधक, शहर वृत्त

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