ग्वालियर : शहर असुरक्षित है ..! सुरक्षित नहीं शहर की बेटियां
ग्वालियर। शहर असुरक्षित है। हत्या से लेकर बेटियों के अपहरण, छेड़छाड़, दुष्कर्म जैसी सनसनीखेज वारदातें हो रही हैं। पुलिस इन्हें रोक नहीं पा रही है। हत्या की वारदात पिछले साल की तुलना में दोगुना बढ़ गई हैं, जो चिंताजनक है। बेटियों से सरेराह छेड़छाड़ की घटनाएं 26.56 प्रतिशत बढ़ी हैं। अपहरण के मामले 54 प्रतिशत बढ़े हैं। पुलिस अफसरों के दावों से अलग शहर में घर के अंदर तक बेटियां असुरक्षित हैं। यह खुलासा स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की ओर से जारी साल के पहली तिमाही के आंकड़ों से हुआ है। नईदुनिया ने जनवरी से मार्च के आंकड़ों का विश्लेषण किया है।
इस साल नाबालिग बेटियों से अपहरण के मामले बढ़े हैं। पिछले साल की तुलना इस साल 54 प्रतिशत वारदात बढ़ीं हैं। करीब 30 प्रतिशत मामलों में बालिकाओं का अपहरण और दुष्कर्म हुआ। यह खुलासा तब हुआ, जब पुलिस ने इन्हें दस्तयाब किया। इससे दुष्कर्म की धारा बढ़ाई गईं। 10 बालिकाएं दूसरे प्रदेशों से बरामद हुईं।
दुष्कर्म.. 74 प्रतिशत, घटनाओं में आरोपित परिचित
,,, विश्लेषण में सामने आया 2023 में जनवरी से मार्च के बीच दुष्कर्म की 62 वारदात हुईं, जबकि 2022 में जनवरी से मार्च के बीच 54 वारदात हुई थीं। यानी करीब 14.81 प्रतिशत वारदात इस बार ज्यादा हैं। चौंकाने वाला तथ्य है 74 प्रतिशत घटनाओं में आरोपित परिचित हैं। इसमें दोस्त, सहपाठी, रिश्तेदार और कुछ मामलों में सौतेला पिता, चाचा आरोपित निकले। पिछले साल तीन माह में छेड़छाड़ की 64 घटनाएं शहर में हुईं, जबकि इस साल यह घटनाएं 81 तक पहुंची हैं। सड़क पर छेड़छाड़ की घटनाएं शैक्षणिक संस्थानों के आसपास अधिक हुईं।
2023:कुल केस 2022:कुल केस
हत्या- 16 8
महिला हत्या- 5 3
महिलओं पर हमले- 6 4
बेटियों का अपहरण- 79 51
छेड़छाड़- 81 64
छेड़छाड़- 62 54