सेवानिवृत्त जज करेंगे कालेज संबद्धता में जेयू पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच
ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में अनियमितताओं, कालेजों की संबद्धता में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने कमेटी बना दी है। रिटायर्ड हाई कोर्ट जज एमके मुदगल जांच करेंगे। शुक्रवार दोपहर 12 बजे एबीवीपी ने प्रदेश सह मंत्री हिमांशु श्रोत्रीय के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया। कुलपति प्रो़ अविनाश तिवारी के खिलाफ नारेबाजी की। लगभग दो घंटे प्रदर्शन के बाद कुलपति ने जांच कमेटी की घोषणा की। कुलपति ने जांच कमेटी में डा़ केशव सिंह गुर्जर को भी लिया है।
कुलपति प्रो़ अविनाश तिवारी के पहले आदेश में लिखा गया उक्त मामले की जांच की जाए। जांच किसकी होगी यह स्पष्ट नहीं था। विरोध हुआ तो एक अन्य पत्र जारी किया, जिसमें एबीवीपी की मांगों की जांच करने की बात कही। यह है पूरा मामला: जेयू में संबद्धता के नवीनीकरण की प्रक्रिया में प्रबंधन और ईसी मेंबरों पर लेनदेन के आरोप लगे हैं। इससे जुड़ा एक आडियो भी सामने आया। इसके अलावा कालेजों के निरीक्षण प्रक्रिया में कई कालेज ऐसे थे, जिनमें गड़बडियां पाई गई थीं। उसके बाद भी सभी कालेजों को जेयू ने संबद्धता दे दी।
ऐटीकेटी वाले छात्रों को दें मौका
जीवाजी विश्वविद्यालय में एनएसयूआइ ने छात्र नेता वंश महेश्वरी के नेतृत्व में शुक्रवार को कुलसचिव डा़ राजेंद्र कुमार बघेल को ज्ञापन दिया। छात्र नेताओं ने मांग की है, जिन छात्रों की स्नातक प्रथम वर्ष में सेकंड चांस में सप्लीमेंट्री है। उन्हें द्वितीय वर्ष की परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाए या फिर उनकी सप्लीमेंट्री परीक्षा का परिणाम जल्द घोषित करें। ताकि वे द्वितीय वर्ष की परीक्षा दे सकें।