इंदौर के 150 अस्पतालों को थमाए थे नोटिस, 20 ने ही जमा की फायर एनओसी
इंदौर स्वास्थ्य विभाग ने इंदौर के 150 से अधिक निजी अस्पतालों को नोटिस जारी कर फायर एनओसी जमा करने को कहा था, लेकिन अब तक सिर्फ 20 अस्पतालों ने ही जमा की है। अस्पताल संचालक स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी को हवा में उड़ा रहे हैं। उधर, विभागीय अमला अस्पतालों में निरीक्षण की भी योजना बना रहा है।
जानकारी के अनुसार, निजी अस्पतालों में आग से सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त करने के उद्देश्य से फायर एनओसी की मांग की जा रही है। इसके बाद भी अस्पताल संचालक इसे लेकर गंभीर नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर नोटिस देकर खानापूर्ति की कोशिश में लगा है। कई अस्पतालों द्वारा फायर एनओसी के लिए आवेदन करने के बारे में भी स्वास्थ्य विभाग को बताया गया है। बताया जा रहा है कि विभाग अब अस्पतालों के औचक निरीक्षण कर फायर एनओसी के आवेदन जांचने की भी योजना बना रहा है।
कलेक्टर ने जताई थी नाराजगी
कुछ समय पूर्व ही कलेक्टर इलैया राजा टी ने स्वास्थ्य विभाग से फायर एनओसी के बगैर संचालित हो रहे अस्पतालों की जानकारी मांगी थी। साथ ही इनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश भी जारी किए थे। कलेक्टर के तल्ख तेवर के बाद स्वास्थ्य विभाग ने करीब 150 अस्पतालों को नोटिस जारी किए थे। इसमें समय-सीमा तय करते हुए फायर एनओसी जमा करने का कहा था, लेकिन अधिकतर अस्पतालों ने स्वास्थ्य विभाग के नोटिस को हवा में उड़ा दिया। कुछ ही अस्पतालों ने मामले में गंभीरता दिखाई और फायर एनओसी जमा करवाई है। उधर, जानकारों की मानें तो फायर एनओसी जमा नहीं करवाने वाले अस्पतालों का लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है।
कई अस्पतालों में शार्ट सर्किट से हो चुके हैं हादसे
इंदौर के कई निजी अस्पतालों में इलेक्ट्रिक शार्ट सर्किट से हादसे हो चुके हैं। इसलिए बिजली के उपकरणों और अन्य प्रकार से भी सुरक्षा जरूरी है। विभागीय सूत्रों की मानें तो अधिकांश निजी अस्पतालों में इलेक्ट्रिक सेफ्टी को लेकर गंभीरता नहीं बरती जा रही है।