भोपाल  माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा परिणाम में सभी की नजरें सीएम राइज स्कूलों पर रहीं, लेकिन इनका भी परिणाम कुछ ज्यादा बेहतर नहीं रहा। भोपाल जिले में आठ सीएम राइज स्कूल हैं। इसमें 10वीं का परिणाम 54.4 प्रतिशत और 12वीं का 58.7 प्रतिशत रहा। इसमें 10वीं का सभी स्कूलों का परिणाम बेहतर रहा है, जबकि 12वीं के परिणाम में गिरावट आई है। राज्यस्‍तरीय या जिलास्तरीय प्रावीण्‍य सूची में सिर्फ महात्मा गांधी स्कूल के एक छात्र ने जगह बनाई है। इसके अलावा किसी स्कूल का नाम शामिल नहीं है।
यहां यह बता दें कि सीएम राइज स्कूल सामान्य सरकारी स्कूलों से अलग हैं। इन स्कूलों को निजी स्कूलों की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। स्कूलों में तमाम सुविधाएं जैसे प्रशिक्षित और परीक्षा पास योग्य शिक्षक, सर्वसुविधायुक्त लायब्रेरी, स्पोर्ट काम्पलेक्स, भोजन कक्ष, बायो टायलेट, मेडिकल रूम, बस सेवा सहित कई सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। इसके बावजूद भी बारहवीं के परीक्षा परिणाम में 6 से 53 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।
शिक्षक गैर-शैक्षणिक कार्य से मुक्त, इसके बावजूद सुधार नहीं
सीएम राइज स्कूलों में इस साल परीक्षा या मूल्यांकन केंद्र भी नहीं बनाए गए हैं। इन स्कूलों में शिक्षकों की उपलब्धता भी पर्याप्त है। यहां के शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों में नहीं लगाया जाता है। इन स्कूलों में कोई भी गतिविधि या कार्यक्रम भी नहीं लगाए जाते हैं। इसके बाद भी 12वीं में ये स्कूल पिछड़े हैं।
हीं है। उन्हें बुलाया जाएगा। अभिभावकों को बुलाकर उनके बच्चों का लक्ष्य तय करेंगे। इस बार एक छात्र प्रदेशस्तरीय मेरिट सूची में आया है। अगले साल करीब 5 से 6 विद्यार्थी मेरिट सूची आने का लक्ष्य तय करेंगे।
– हेमलता परिहार, प्राचार्य, सीएम राइज महात्मा गांधी स्कूल
सीएम राइज स्कूलों का 10वीं का परिणाम बेहतर रहा है, लेकिन बारहवीं में गिरावट देखने को मिला है। समीक्षा कर प्राचार्यों को लक्ष्य दिया जाएगा।
– अंजनी कुमार त्रिपाठी, जिला शिक्षा अधिकारी
सीएम राइज हो या अन्य स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था पर ध्यान देना जरूरी है। तभी परिणाम सुधरेगा। 12वीं में अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
– सुनीता सक्सेना, शिक्षाविद