बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला : 350 करोड़ रुपए का है घोटाला ..!

बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला:अभिषेक बनर्जी के सहयोगी को ED ने गिरफ्तार किया, 350 करोड़ रुपए का है घोटाला

पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाला केस में अभिषेक बनर्जी का भी नाम है। मामले की जांच के सिलसिले में CBI ने 20 मई को बनर्जी को बुलाया था। उनसे 9 घंटे तक पूछताछ की गई थी।

पिछले हफ्ते केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद भद्रा ED अधिकारियों के सामने पेश हुए थे। वह इससे पहले CBI के सामने कई बार पेश हो चुके हैं। सीबीआई भी इस भर्ती घोटाले की जांच कर रही है।

घोटाले को लेकर अभिषेक बनर्जी से भी पूछताछ हुई पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाला मामले की जांच के सिलसिले में CBI ने 20 मई को अभिषेक बनर्जी को बुलाया था। उनसे 9 घंटे तक पूछताछ की गई थी। हालांकि बाद में बनर्जी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया और अपनी याचिका में SC से यह निर्देश देने की अपील की थी कि एजेंसी उनके खिलाफ कोई कठोर कदम न उठाए।

26 मई को सुप्रीम कोर्ट ने बनर्जी को राहत देने से मना कर दिया। SC ने मामले में ED और CBI की जांच पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। वहीं, कोलकाता हाई कोर्ट के 25 लाख के जुर्माने के फैसले पर रोक लगा दी। कोलकाता हाईकोर्ट ने 18 मई को जांच एजेंसियों को बनर्जी से पूछताछ की अनुमति दी थी।

जस्टिस जेके माहेश्वरी और पीएस नरसिम्हा की वेकेशन बेंच ने कहा कि वे छुट्टियों के बाद इस मामले की सुनवाई करेंगे। उन्होंने सुनवाई के लिए 10 जुलाई की तारीख तय की है।

सिलसिलेवार पढ़िए शिक्षक भर्ती घोटाले में अब तक क्या हुआ…

1. 2014 में हुआ था शिक्षक भर्ती घोटाला
बंगाल में हुआ यह घोटाला 2014 का है। तब पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमीशन (SSC) ने सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती निकाली। प्रक्रिया 2016 में शुरू हुई थी। उस वक्त पार्थ चटर्जी शिक्षा मंत्री थे। इस मामले में गड़बड़ी की कई शिकायतें कोलकाता हाईकोर्ट में दाखिल हुई थीं।

याचिकाकर्ताओं का आरोप था कि जिन कैंडिडेट के नंबर कम थे उन्हें मेरिट लिस्ट में टॉप पर रखा गया। कुछ कैंडिडेट का मेरिट लिस्ट में नाम न होने पर भी उन्हें नौकरी दे दी गई। ऐसे लोगों को भी नौकरी दी गई, जिन्होंने TET परीक्षा भी पास नहीं की थी।

2. पिछले साल मई में कलकत्ता हाईकोर्ट ने CBI को दिया था जांच का आदेश
मई 2022 में कलकत्ता हाईकोर्ट ने CBI को आदेश दिया था कि पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमीशन और पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन की तरफ से 2014 से 2021 के बीच नॉन-टीचिंग स्टाफ और टीचिंग स्टाफ में जो भी अपॉइंटमेंट किए गए हैं, उनकी जांच की जाए। ऐसी खबरें थीं कि उम्मीदवारों ने सिलेक्शन टेस्ट में फेल होने के बाद सिलेक्शन के लिए 5 से 15 लाख रुपए तक की रिश्वत दी थी।

ये घोटाला पार्थ चटर्जी के शिक्षा मंत्री रहने के दौरान हुआ था। जुलाई 2022 में ED ने चटर्जी और उसकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद ममता बनर्जी ने चटर्जी को पद से हटा दिया और पार्टी से भी बर्खास्त कर दिया।

शिक्षक भर्ती घोटाला जब हुआ, तब पार्थ चटर्जी (बाएं) शिक्षा मंत्री थे। अर्पिता को पार्थ का बेहद करीबी बताया जाता है।
शिक्षक भर्ती घोटाला जब हुआ, तब पार्थ चटर्जी (बाएं) शिक्षा मंत्री थे। अर्पिता को पार्थ का बेहद करीबी बताया जाता है।

3. सितंबर 2022 में CBI ने मामले में पहली चार्जशीट दाखिल की
CBI ने पिछले साल 30 सितंबर को पहली चार्जशीट पेश की थी। इसमें पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी समेत 16 लोगों के नाम थे। पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी तब ED की गिरफ्त में थे। पार्थ 23 जुलाई 2022 से जेल में हैं, उनकी जमानत याचिकाएं खारिज हो चुकी हैं। TMC विधायक और स्टेट प्राइमरी एजुकेशन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्‌टाचार्य को ED ने 11 अक्टूबर को गिरफ्तार किया।

जुलाई में ED ने अर्पिता के घर पर दो दिन रेड मारी थी। वहां से करोड़ों रुपए कैश और गहने मिले। कैश गिनने के लिए मशीन मंगानी पड़ी।
जुलाई में ED ने अर्पिता के घर पर दो दिन रेड मारी थी। वहां से करोड़ों रुपए कैश और गहने मिले। कैश गिनने के लिए मशीन मंगानी पड़ी।
अर्पिता के घर पहली छापेमारी 23 जुलाई और दूसरी छापेमारी 28 जुलाई को की गई थी। पहले दिन 26 घंटे और दूसरे दिन 18 घंटे तक ED की कार्रवाई चली थी।

4. मार्च 2023 में ED ने बताया- 350 करोड़ रुपए से ज्यादा का है यह घोटाला
इस साल मार्च में ED ने TMC के यूथ विंग लीडर शांतनु बनर्जी को हुगली से गिरफ्तार किया था। ED ने 13 मार्च को एक स्पेशल कोर्ट में उसे पेश करते वक्त बताया था कि शिक्षक भर्ती घोटाला फिलहाल 350 करोड़ रुपए का दिखाई दे रहा है, लेकिन ये इससे कहीं ज्यादा बड़ा हो सकता है।

इसी समय पूछताछ के दौरान बनर्जी ने कहा था कि इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड TMC का एक अन्य गिरफ्तार यूथ विंग नेता कुंतल घोष है। वह इस पूरे मामले से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है, ताकि अपना पैसा दूसरे राज्यों में ट्रांसफर कर सके।

तस्वीर कुंतल घोष की है, जिसे ED ने शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने ED को घोष की कस्टडी भी दी थी। कुंतल ने आरोप लगाया था कि एजेंसी उस पर अभिषेक बनर्जी का नाम लेने के लिए दबाव बना रही है।
तस्वीर कुंतल घोष की है, जिसे ED ने शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने ED को घोष की कस्टडी भी दी थी। कुंतल ने आरोप लगाया था कि एजेंसी उस पर अभिषेक बनर्जी का नाम लेने के लिए दबाव बना रही है।

5. कलकत्ता हाईकोर्ट ने शिक्षकों की भर्ती रद्द करने के आदेश पर रोक लगाई
12 मई 2023 को कलकत्ता हाईकोर्ट की सिंगल बेंच के जस्टिस अभिजीत गांगुली ने 32 हजार शिक्षकों की भर्ती रद्द करने का आदेश दिया था। जस्टिस गांगुली ने पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ प्रइमरी एजुकेशन को निर्देश दिया था कि तीन महीने के अंदर नई भर्ती प्रक्रिया का आयोजन कराएं। उन्होंने कहा का उम्मीदवारों का इंटरव्यू और एप्टीट्यूड टेस्ट लिया जाए और इसकी वीडियोग्राफी कराई जाए। 19 मई 2023 को कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस आदेश पर रोक लगा दी।

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