15वीं विधानसभा : लॉटरी से तय होती है सवालों पर चर्चा ..?
विधायकों की मौजूदगी में निकाली जातीहै लॉटरी, प्रश्नकाल के लिए रोजाना के हिसाब से 25 सवालों का खुलता है पिटारा
विधानसभा का मानसून सत्र 10 से: तीन दशक पहले सवालों के लिए लगती थी कतार
भोपाल. विधानसभा में सभी लिखित सवालों पर चर्चा संभव नहीं, क्योंकि सवालों का चयन लॉटरी से होता है। लॉटरी ही तय करती है कि किन सवालों पर चर्चा होगी। 10 जुलाई से शुरू हो रहे सत्र के लिए लॉटरी का क्रम शुरू हो चुका है।
तब रात में वहीं रुक जाते थे
तीन दशक पहले लॉटरी सिस्टम नहीं था, तब परंपरा थी कि जो विधायक पहले सवाल देता था, उसे पहले मौका मिलता था। कई विधायक तो पहले सवाल देने के लिए रात में विधानसभा परिसर या सचिवालय में रुक जाते थे। सचिवालय खुलते ही सबसे पहले सवाल देने कतार में भी खड़े होना पड़ता था। समय के साथ परंपरा बदली और लॉटरी सिस्टम शुरू हुआ।
सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही प्रश्नकाल के दौरान सवाल-जवाल का क्रम शुरू होता है। विभागीय मंत्री लिखित सवालों का जवाब देते हैं। इन सवालों के लिए विधानसभा सचिवालय तारीख तय करता है। तय तारीख में ही विधायकों को लिखित सवाल देना अनिवार्य है। इसके बाद सवाल मान्य नहीं किए जाते। जवाब तैयार करने विधानसभा सचिवालय संबंधित विभागों को भेजता है। सत्र शुरू होने के करीब एक पखवाड़ा पहले लॉटरी से तय होता है कि किस-किस सवाल को प्रश्नकाल में पूछा जाएगा।
जागरूक विधायक
छत्तीसगढ़ विधानसभा के रिटायर प्रमुख सचिव देवेंद्र वर्मा बताते हैं मुरैना से विधायक रहे मुंशीलाल के सवाल आमतौर पर सबसे पहले आते थे। कई बार रात में तो कई बार तड़के सचिवालय पहुंच जाते थे। सबसे पहले सवाल मिलने पर इन्हीं के सवालों को सदन में पहले महत्त्व मिलता था। जागरूकता को देखते हुए इन्हें तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद शुक्ला ने जागरूक विधायक का पुरस्कार भी दिया था।
प्रक्रिया
विधानसभा सचिवालय विधायकों से ही लॉटरी निकलवाता है। पूर्व सूचना उन्हें भेजी जाती है। मौके पर जो विधायक उपस्थित होते हैं, उन्हीं से लॉटरी निकालने का आग्रह किया जाता है। बैठक के प्रत्येक दिन के लिए 25 सवालों का चयन होता है।
सत्र दिनांक प्राप्त सवाल
18-21 फरवरी 19 727
8-26 जुलाई 19 4362
17 दिसंबर 19 से17 जनवरी 20 2125
16 मार्च से 13 अप्रेल 20 5428
21-23 सितंबर 20 750
22 फरवरी-26 मार्च 21 6700
9-12 अगस्त 21 1184
20-24 दिसंबर 21 1578
7 से 25 मार्च 22 4518
13-17 सितंबर 22 1516
19-23 दिसंबर 22 1632
27 फरवरी-27 मार्च 22 3704