भाजपा में कुछ सीटों पर सुलग रही मतभेद की आग
भाजपा में कुछ सीटों पर सुलग रही मतभेद की आग, तालमेल की सख्ती से बनेगी बात …
पीएम मोदी के दौरे के बाद अब आगे की सियासी रणनीति पर किया जा रहा काम …
भोपाल. चार महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा में बिसात बिछ गई है। पीएम मोदी के दौरे के बाद समन्वय के सख्त डोज एक बार फिर स्थानीय नेताओं को दिए जाएंगे। दरअसल, अब भी भाजपा में कुछ चुनिंदा सीटें ऐसी हैं, जहां मतभेद की आग सुलग रही है। टिकट और चुनाव का समय आते-आते इस पर विवाद गहरा सकता है इसलिए भाजपा में सत्ता-संगठन के स्तर पर इसे लेकर गंभीरता से मंथन किया गया है।
आने वाले दिनों में समन्वय के कदम ज्यादा होंगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा दौरों में समन्वय के लिए भी बैठकें करेंगे।
ग्वालियर-चंबलक्षेत्र में ये हाल
छह से ज्यादा सीटों पर स्थानीय नेताओं में सीधे तौर पर मतभेद हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे का असर भी सबसे ज्यादा यहीं पर है। यही वजह है कि यहां मतभेद भी ज्यादा हैं। पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा के सुर बुलंद हैं। वे खुलकर कह चुके हैं कि चुनाव लड़ेंगे। मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर के कारण पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया हाशिये पर पहुंच चुके हैं।
मालवांचल
बदनावर सीट पर पूर्व मंत्री भंवर सिंह शेखावत मंत्री राजवर्द्धन सिंह का विरोध कर चुके हैं। इंदौर में मंत्री तुलसी सिलावट के ताकतवर होने से मूल भाजपाई धीरे-धीरे मुखर हो रहे हैं। मंदसौर, रतलाम, उज्जैन में भी स्थानीय समीकरण गुत्थमगुत्था हैं।
बुंदेलखंड
सागर में मंत्री भूपेंद्र सिंह व गोपाल भार्गव-गोविंद राजपूत सहित अन्य का विवाद फिलहाल ठंडा हो गया है। यहां भी सीटों के गणित को लेकर सत्ता-संगठन की नजरें हैं।
विंध्य में सांसद गणेशऔर विधायक नारायण
सतना सांसद गणेश सिंह, मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी के बीच खुलकर मतभेद सामने आ चुके हैं। नारायण के सुर सीधे तौर पर भाजपा के खिलाफ तीखे हैं। हाल ही में मैहर में लोकार्पण कार्यक्रम को लेकर दोनों आमने-सामने आ चुके हैं। ऐसे में चुनाव के समय नारायण को टिकट देना या न देना दोनों ही भाजपा के लिए जोखिम भरे हो गए हैं
कोर ग्रुप की बैठक आज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद भाजपा विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर हाईअलर्ट मोड पर है। मंगलवार को प्रदेश भाजपा के कोर ग्रुप की बैठक होगी। इसके बाद दोपहर करीब चार बजे मंत्रियों और विधायकों की भी बैठक रखना तय किया गया है। इसमें जो विधायक-मंत्री भोपाल में नहीं रहेंगे, वे वर्चुअल तौर पर जुड़ेंगे। कुछ मंत्री जरूर भोपाल मौजूद रहेंगे। राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा यह बैठक लेंगे। इसमें पीएम के दौरे की गाइडलाइन के आधार पर मंत्री-विधायकों को विधानसभा सीट व बूथ स्तर के कामों से संबंधित रूपरेखा बताई जाएगी।