ED का विरोधी पार्टियों को तोड़ने और डराने के लिए हो रहा इस्तेमाल …!

 ED का विरोधी पार्टियों को तोड़ने और डराने के लिए हो रहा इस्तेमाल, अरविंद केजरीवाल का केंद्र पर आरोप
 तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री पोनमुडी और सांसद बेटे गौतम सिगामणि के ठिकानों पर ED की कार्रवाई सुबह से जारी है. 

 दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तमिलनाडु के​ शिक्षा के मंत्री पोनमुडी और उनके करीबियों के ठिकानों पर सुबह से प्रवर्तन निदेशालय के छापे को परेशान करने की वाली कार्रवाई करार दिया है.​ उन्होंने यह बयान उस समय दिया है, जब बेंगलुरु में विपक्षी एकता को लेकर विरोधी पार्टियों के नेताओं की दो दिवसीय बैठक जारी है. दिल्ली के सीएम ने किसी का नाम लिए बगैर तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री पर ईडी के छापे की कार्रवाई की कड़ी निंदा की है. साथ ही यह भी कहा कि केंद्र सरकार ईडी का इस्तेमाल विरोधी पार्टियों को तोड़ने और डराने के लिए कर रही है.

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर ईडी का इस्तेमाल इसी तरह जारी रहा तो एक दिन एनडीए बिना किसी साझेदार वाला गठबंधन रह जाएगा. इतना ही नहीं, बीजेपी की इन नीतियों से परेशान बीजेपी के कई नेता भी पार्टी छोड़ देंगे. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ईडी के जरिए भारत जैसे महान राष्ट्र को डरा या नियंत्रित नहीं कर सकती.

ED की कार्रवाई सुबह से जारी

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री पोनमुडी और उनके करीबियों के ठिकानों पर सुबह से ईडी की छापेमारी जारी है. तमिलनाडु शिक्षा मंत्री के बेटे और लोकसभा सांसद गौतम सिगामणि के यहां भी छापेमारी हो रही रही है. यहां पर इस बात का जिक्र कर दें कि जून में तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री के पोनमुडी को जमीन हड़पने के एक मामले में विशेष अदालत ने बरी कर दिया था. सूत्रों के मुताबिक चेन्नई और विल्लुपुरम में पिता-पुत्र के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी जारी है.

धनशोधन से जुड़े मामलों में ईडी की कार्रवाई

ईडी की पोनमुडी के खिलाफ कार्रवाई धन शोधन से जुड़ा है. यह उस समय से जुड़ा है जब साल 2007 और 2011 के बीच राज्य के खनन मंत्री थे. उनपर मंत्री पद पर रहते हुए लाइसेंस शर्तों के उल्लंघन के आरोप लगे थे. लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन होने की वजह से तमिलनाडु के सरकारी खजाने को लगभग 28 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. बता दें कि ईडी ने हाल ही में तमिलनाडु के परिवहन मंत्री सेंथिल बालाजी के खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई की थी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *