नई दिल्ली,  देश भर के कुल 4033 विधायकों में से 4,001 विधायकों के पास 54,545 करोड़ रुपये की संपत्ति है। यकीन करना मुश्किल है, लेकिन यह नगालैंड, मिजोरम और सिक्किम जैसे तीन राज्यों के साल 2023-24 के कुल सालाना बजट से भी यह ज्यादा है।

ADR की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

पिछली बार के चुनावों में विधायकों के भरे हलफनामे में से आंकड़े जुटाकर एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वाच (न्यू) ने उसका विश्लेषण किया है। 84 राजनीतिक दलों व निर्दलीयों में से एक विधायक की संपत्ति का औसत 13.63 करोड़ रुपये निकलता है।

कर्नाटक के विधायक सबसे अमीर

रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक के विधायकों की कुल संपत्ति 21 अन्य राज्यों के सभी विधायकों की कुल संपत्ति से भी ज्यादा है। नगालैंड का इस साल का बजट 23,086 करोड़ रुपये, मिजोरम का 14,210 करोड़ रुपये और सिक्किम का 11,807 करोड़ रुपये का है, जो कुल मिलाकर 49,103 करोड़ रुपये ही होता है।

बता दें कि 21 राज्यों के सभी विधायकों से भी अधिक कर्नाटक के सारे विधायकों की संपत्ति कर्नाटक के विधायकों की कुल संपत्ति 14,359 करोड़ रुपये है। यह रकम इस साल के मिजोरम और सिक्किम के संयुक्त बजट प्रविधानों से भी ज्यादा है।

कैसी है राज्यावार स्थिति?

एडीआर के मुताबिक कर्नाटक के विधायकों के पास इतनी संपत्ति है कि अगर 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सारे विधायकों की संपत्ति मिला दें, तो यह उससे भी अधिक है। जिन राज्यों के सारे विधायकों की कुल संपत्ति कर्नाटक के सभी विधायकों से कम है, वे हैं, राजस्थान, पंजाब, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, दिल्ली, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, बंगाल, गोवा, मेघालय, ओडिशा, असम, नगालैंड, उत्तराखंड, केरल, पुडुचेरी, झारखंड, सिक्किम, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा।

इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी विधायकों की कुल जमा-पूंजी सिर्फ 13,976 करोड़ रुपये है। देश के मौजूदा विधायकों की औसत संपत्ति 13.63 करोड़ रुपये एडीआर ने देश के (कुल 4,033 विधायक) 4,001 मौजूदा विधायकों की संपत्तियों का ब्योरा खंगाला है।

इस आंकड़े में देश के 28 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के विधायकों का ब्योरा शामिल किया गया है। देश के एक मौजूदा विधायक की औसत संपत्ति 13.63 करोड़ रुपये है। अगर राज्यवार देखें तो कर्नाटक (223) में विधायकों के पास 14,359 करोड़ रुपये, महाराष्ट्र (288 में से 284 की) में 6,679 करोड़ रुपये, आंध्र प्रदेश (175 में से 174 की) में 4,914 करोड़ रुपये की संपत्ति है।

यूपी के MLA के पास तीन हजार से अधिक की संपत्ति

वहीं, सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश (403) में विधायक की कुल संपत्ति 3,255 करोड़ रुपये, गुजरात (182) में 2,987 करोड़ रुपये, तमिलनाडु (224) में 2,767 करोड़ रुपये और मध्य प्रदेश (230) में 2,476 करोड़ रुपये की संपत्ति है। औसत संपत्ति में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के विधायक कांग्रेस पर भी भारी पड़ते हैं, लेकिन त्रिपुरा के 59 विधायकों की कुल संपत्ति सिर्फ 90 करोड़ रुपये, मिजोरम के 40 विधायक की 190 करोड़ रुपये और मणिपुर के 60 विधायक की कुल संपत्ति 225 करोड़ रुपये की है।

अगर राजनीतिक दलों की बात करें तो भाजपा के 1356 विधायक की औसत संपत्ति 11.97 करोड़ रुपये, कांग्रेस के 719 विधायकों की औसत संपत्ति 21.97 करोड़ रुपये और टीएमसी के 227 विधायक की औसत संपत्ति 3.51 करोड़ रुपये, आम आदमी पार्टी के 161 विधायकों की औसत संपत्ति 10.20 करोड़ रुपये और वाइएसआर कांग्रेस पार्टी के 146 विधायकों की औसत संपत्ति 23.14 करोड़ रुपये है।

भाजपा और कांग्रेस विधायकों की स्थिति

वहीं, कुल संपत्ति की बात करें तो भाजपा विधायकों की कुल संपत्ति 16,234 करोड़ रुपये, कांग्रेस विधायकों की कुल संपत्ति 15,798 करोड़ रुपये, वाइएसआरसीपी विधायकों की कुल संपत्ति 3,379 करोड़ रुपये, द्रमुक के 131 विधायकों की कुल संपत्ति 1,663 करोड़ रुपये और आम आदमी पार्टी के विधायकों की कुल संपत्ति 1,642 करोड़ रुपये है।