सौगातों के नाम रहेगा सितंबर और अक्टूबर !

सौगातों के नाम रहेगा सितंबर और अक्टूबर, शुरुआत सात तारीख से

 आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए जनता को झोली भर-भरकर सौगातें मिल रही हैं। शहर के लिए भी आगामी सितंबर और अक्टूबर का महीना कई सौगातों से भरा रहेगा

एक नजर तैयार प्रोजेक्टों पर

1-थीम रोड

लागत-लगभग 12 करोड़ रुपए

संभावित लोकार्पण-नौ सितंबर

स्थिति-स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन द्वारा जीवाजी क्लब से लेकर मांडरे की माता तक लगभग एक किमी लंबी थीम रोड तैयार की गई है। रोड तैयार करने में लगभग तीन करोड़ रुपए का खर्चा हुआ है, जबकि यहां अंडरग्राउंड बिजली सप्लाई पर सात करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। दो करोड़ रुपए की लागत से हेरिटेज पोल लगाने का काम अंतिम चरण में चल रहा है। इस काम को आगामी 31 अगस्त तक समाप्त करने की समय सीमा दी गई है।

2-तानसेन प्रवेश द्वार

लागत-1.91 करोड़ रुपए

संभावित लोकार्पण-सात सितंबर

स्थिति-स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन के चार प्रवेश द्वार प्रोजेक्ट के अंतर्गत झांसी की ओर से आने वाले लोगों पर ग्वालियर की संस्कृति और विरासत का प्रभाव डालने के लिए सिथौली के पास इस प्रवेश द्वार का निर्माण कराया जा रहा है। यह द्वार बनकर लगभग तैयार हो चुका है। तीन द्वारों का काम अभी बाकी है। लोकार्पण के लिए अक्टूबर की तिथियां संभावित हैं, लेकिन सुस्त रफ्तार के कारण उस समय भी लोकार्पण होना संभव नहीं है।

3-जियो साइंस म्यूजियम

लागत-35 करोड़ रुपए

संभावित लोकार्पण-सितंबर माह

स्थिति-महाराज बाड़ा स्थित विक्टोरिया मार्केट में जियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया (जीएसआइ) द्वारा देश का पहला जियो साइंस म्यूजियम बनाकर तैयार कर दिया गया है। गत मार्च माह में नगर निगम ने इस म्यूजियम को जीएसआइ को हैंडओवर भी कर दिया है। पूर्व में इसके लोकार्पण की तैयारी शुरू की गई थी, लेकिन केंद्रीय खनन मंत्री प्रहलाद जोशी के विदेश दौरे पर होने के कारण इसका लोकार्पण नहीं हो सका था।

4-हुजरात मंडी

लागत-7.35 करोड़ रुपए

संभावित लोकार्पण-सितंबर माह

स्थिति-स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन ने लश्कर क्षेत्र की प्रमुख मंडी हुजरात को नए स्वरूप में बनाकर तैयार कर दिया है। इस मंडी का विस्तार किया गया है। यहां दुकानों की संख्या को बढ़ाकर दोगुना कर दिया है। अब इसे नगर निगम को हैंडओवर करने की तैयारी भी है। स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन को भी संदेश पहुंच चुका है कि अगले सितंबर माह में इसका लोकार्पण किया जा सकता है। जल्द ही तिथि भी निश्चित हो जाएगी।

5-नवीन जिला अस्पताल मुरार

लागत-20 करोड़ रुपए

संभावित लोकार्पण-सात सितंबर

स्थिति-इस प्रोजेक्ट के तहत पुराने जिला अस्पताल मुरार के विस्तार का काम किया गया है। इसमें पूरा नया मेडिसिन ब्लाक बनाया गया है। सक्षम मरीजों के लिए 35 स्पेशल रूम तैयार किए गए हैं। इसके अलावा आपरेशन थिएटर बनाए गए हैं। नए ओपीडी चैंबर तैयार करने के साथ ही चार वार्ड बनाए गए हैं। ये काम पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन ने किया है और जल्द ही इस कार्य का भी लोकार्पण किया जाना प्रस्तावित है।

ये कार्य हैं भूमिपूजन के लिए प्रस्तावित
1-एलिवेटेड रोड सेकंड फेज

लागत-926 करोड़

स्थिति-लक्ष्मीबाई समाधि से लेकर गिरवाई एबी रोड तक दूसरे चरण के निर्माण के लिए केंद्र और राज्य सरकार से राशि मिल चुकी है। पहले चरण का काम अक्टूबर माह के बाद ही पूरा हो सकेगा। दूसरे चरण के टेंडर भी आगामी 11 सितंबर को खोले जाएंगे। ऐसे में कार्यादेश जारी कर अक्टूबर माह में भूमिपूजन किया जा सकता है।

2-एमएलबी कालेज फसाड

लागत-2.96 करोड़

स्थिति-महाराज बाड़ा की इमारतों की तर्ज पर ही ऐतिहासिक एमएलबी कालेज की बिल्डिंग का भी बाहरी स्वरूप (फसाड) संवारा जाना है। यह काम स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन के माध्यम से किया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए कार्पोरेशन की ओर से टेंडर प्रक्रिया भी लगभग अंतिम चरण में है। ऐसे में कार्य का भी भूमिपूजन होना है।

3-पुराने निगम मुख्यालय का पुनरुद्धार

लागत-4.54 करोड़

स्थिति-महाराज बाड़ा पर पुराने निगम मुख्यालय के पुनरुद्धार का कार्य भी स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन के बजट से ही प्रस्तावित है। इस बिल्डिंग में अभी तक नगर निगम का पुराना रिकार्ड रखा हुआ था, जिसे अब नए निगम मुख्यालय में बनाए गए रिकार्ड रूम में शिफ्ट किया जा रहा है। इसका कार्यादेश भी जारी हो चुका है। भूमिपूजन भी प्रस्तावित है।

4-फसाड लाइटिंग

लागत-6.26 करोड़

स्थिति-ग्वालियर दुर्ग पर की गई फसाड लाइटिंग का विस्तार किया जाना है। यह कार्य स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन के माध्यम से प्रस्तावित है। इसकी भी टेंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। उरवाई गेट के अलावा सेवा नगर की ओर कार्य किया जाना है। इसके अलावा शहर के अन्य हिस्सों में भी लाइटिंग होनी है। भूमिपूजन प्रस्तावित है।

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