चुनावी साल, सियासी चाल ?

प्रदेश की सवा करोड़ से ज्यादा बहनों के दोनों हाथ में लड्‌डू, सरकार किसी की भी बने, मिलते रहेंगे रुपए …

चुनावी साल होने से अभी प्रदेशभर में ऐसा माहौल बना हुआ है कि मतदाताओं की हर इच्छा पूरी हो रही है। बस मांगने की देर है बल्कि कई मामलों में तो बिना मांगे सबकुछ मिल रहा है। सरकार योजनाएं लागू कर रही है तो विपक्ष नए वादों के साथ मतदाताओं का ध्यान अपनी तरफ खींच रहा है। इनमें से एक सरकार की लाड़ली बहना योजना और दूसरी है कांग्रेस की नारी सम्मान योजना। महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की विभिन्न योजनाएं चल रही हैं लेकिन अभी सबसे ज्यादा चर्चा में यही योजनाएं हैं क्योंकि इनमें सीधे नकद लाभ मिल रहा है।

ऐसे समझिए दोनों दलों को क्या होगा नफा-नुकसान

  • कांग्रेस की नारी सम्मान योजना से चुनाव में क्या इफेक्ट होंगे, ये भांपते ही भाजपा सरकार ने लाड़ली बहना योजना लांच करके कांग्रेस के वादे का तोड़ निकाल लिया। भाजपा को फायदा ये है कि कांग्रेस तो अभी सिर्फ वादा कर रही, लेकिन सरकार ने अब तक तीन किस्तें डाल दीं और इस महीने से 1250 रुपए बैंक में जमा होंगे। आगे चलकर ये 250 की क्रमबद्ध वृद्धि के साथ 3 हजार रुपए महीने तक पहुंचेगी। इससे महिला वोटर भाजपा के पक्ष में जा सकती हैं।
  • कांग्रेस ने महिलाओं को 1500 देने की घोषणा भाजपा से पहले की थी, लेकिन इसमें जल्दबाजी कर दी और भाजपा ने इसका तोड़ निकालकर लाड़ली बहना योजना लांच कर दी। कांग्रेस तो कहती रह गई और सरकार ने रुपए देना भी शुरू कर दिए, इससे नुकसान ये हो सकता है कि कांग्रेस की भविष्यगामी योजना की बजाय मौजूदा लाभ देखते हुए वोटर पक्ष में नहीं आएं। वहीं सरकार बनते ही सीधे 1500 खाते में डालने के वादे का फायदा ये हो सकता है कि कांग्रेस के परंपरागत वोटर भाजपा नहीं तोड़ सकेगी।

भाजपा और कांग्रेस के अपने-अपने दावे और वादे

  • कांग्रेस मीडिया विभाग प्रदेश अध्यक्ष के.के. मिश्रा का कहना है कि कांग्रेस सभी पात्र बहनों को बिना भेदभाव लाभ देगी। भाजपा सरकार जाने वाली है, जल्दबाजी में कुछ भी वादे कर रही।
  • भाजपा प्रदेश प्रवक्ता यशपालसिंह सिसौदिया का कहना है कांग्रेस ने हमेशा जनता के साथ छलावा किया। भाजपा सरकार द्वारा लाई गई संबल, लैपटॉप, तीर्थ दर्शन जैसी कई योजनाएं बंद क्यों कर दी थीं।

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