18 करोड़ की बातचीत वाले VIDEO की जांच शुरू नहीं

पुलिस ने साइबर टीम को नहीं सौंपा, केंद्रीय मंत्री तोमर बोले-पार्टी जवाब दे चुकी

केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे का माइनिंग कारोबारियों से 18 करोड़ की बातचीत वाले वीडियो की जांच भी शुरू नहीं हो पाई है। पुलिस ने अभी इसे साइबर टीम को नहीं सौंपा है, जिससे साइबर टीम इसे हैदराबाद लैब भेज सके। इधर, केंद्रीय मंत्री ने इस मामले में कहा कि पार्टी जवाब दे चुकी है।

रविवार को केंद्रीय मंत्री के बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रामू भैय्या का कथित वीडियो सामने आया था। इसमें देवेंद्र प्रताप और कोई शख्स बात कर रहा था। वीडियो में माइनिंग कारोबारियों से 18 करोड़ रुपए मांगे जाने की बातचीत की रही थी। कांग्रेस के मध्यप्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक व प्रवक्ता पीयूष बबेले ने इसकी सत्यता की CBI, ED और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जांच करने की मांग की थी।

देवेंद्र प्रताप ने वीडियो को फेक बताया। साथ ही, मुरैना के सिविल लाइन थाने में सोमवार को अज्ञात के खिलाफ केस भी दर्ज कराया। कहा- छवि धूमिल करने के लिए यह साजिश रची जा रही है।

इस तरह जांच शुरू कर सकती है पुलिस

  • वीडियो की जानकारी पुलिस ड्राफ्ट बनाकर साइबर सेल को देगी।
  • साइबर सेल वीडियो को हैदराबाद स्थित लैब भेजेगी। यहां ऑडियो व वीडियो की जांच की जाती है। वहां इस पता लगाया जाएगा कि वीडियो असली है या एडिटेड है।
  • इधर, साइबर सेल भी पता लगाएगी कि वीडियो सबसे पहले किसने सोशल मीडिया पर अपलोड किया है।
  • इसके लिए साइबर सेल अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित संबंधित सोशल मीडिया कंपनी को मेल करके वीडियो की जानकारी मांगेगी। कारण- फेसबुक, वाॅट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया कंपनियां अमेरिका की हैं। उनके सर्वर भी वहीं हैं, जिससे उनके द्वारा ही सटीक जानकारी दी जा सकती है।
वीडियो में वह व्यक्ति भी दिख रहा है, जिस शख्स ने वीडियो बनाया है। हालांकि उसकी पहचान नहीं हुई है। पुलिस ने इसे अज्ञात बताया है।
वीडियो में वह व्यक्ति भी दिख रहा है, जिस शख्स ने वीडियो बनाया है। हालांकि उसकी पहचान नहीं हुई है। पुलिस ने इसे अज्ञात बताया है।

यहां पकड़ा जा रहा झूठ

थाने में FIR में बताया गया कि अज्ञात व्यक्ति ने वीडियो एडिट कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। इसका इरादा तोमर फैमिली की प्रतिष्ठा धूमिल करना है, जबकि वीडियो में दिख रहा है कि जिस व्यक्ति ने वीडियो बनाया है, उसने अपना चेहरा थोड़ी देर के लिए दिखाया है, ऐसे में वह शख्स अज्ञात कैसे रहा?

कुछ भी कहने से बचते रहे मंत्री तोमर

इस संबंध में केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से बात करना चाही। पूछा- कांग्रेस इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस से करवाने की मांग कर रही है, तो क्या आप तैयार हैं? इस पर उन्होंने यही कहा कि इसका जवाब पार्टी दे चुकी है। यह कहकर वह चले गए।

पुलिस ने देवेंद्र प्रताप से नहीं की पूछताछ

मामले में मुरैना पुलिस एक्टिव नजर नहीं आई है। केंद्रीय मंत्री के आदेश पर पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया, लेकिन अभी तक देवेन्द्र प्रताप को बुलाकर पूछताछ नहीं की है। एएसपी अरविंद्र सिंह ठाकुर का कहना है कि हम साइबर सेल की मदद से पता करेंगे कि किस व्यक्ति के द्वारा वीडियो बनाया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *