उद्धव की अगुवाई में नई सरकार के सामने कई अहम चुनौतियां

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शपथ ले ली है। पहली बार ठाकरे परिवार का कोई सदस्य महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बना है। छत्रपति शिवाजी को वंदन करते हुए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले उद्धव राज्य में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के गठबंधन ‘महाराष्ट्र विकास आघाडी’ की सरकार का नेतृत्व करेंगे। मगर मुख्यमंत्री के तौर पर अब उनके सामने चुनौतियां कम नहीं होंगी। राज्य पर कर्ज, सहकारी संघों का खस्ता हाल जैसे कई मुद्दों पर उन्हें तेजी से सुधार करना होगा। सूखा और किसानों की खुदकुशी भी अहम मुद्दे हैं।

* 13वें  नंबर पर प्रति व्यक्ति सरकारी खर्च के मामले में
5.7% बेरोजगारी दर है महाराष्ट्र में

दूसरा बड़ा कर्जदार राज्य
* 4.7 लाख करोड़ रुपये का कर्ज प्रदेश पर, यूपी का 4.79 लाख करोड़
* 1.8 लाख करोड़ कर्ज था दस साल पहले, 40 हजार करोड़ हर साल ब्याज

धर्मनिरपेक्षता के सवाल पर भड़के सीएम उद्धव ठाकरे, जानें क्या दिया जवाब
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल की बैठक के बाद गुरुवार (28 नवंबर) संवाददाता सम्मेलन में न्यूनतम साझा कार्यक्रम में धर्मनिरपेक्ष शब्द को शामिल करने पर भी सवाल किए गए।

चार सालों से सूखे की मार
* 95.43 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद सूखा, बेमौसम बारिश से इस साल
* 36 में से 30 जिले आपदा से प्रभावित, 10 हजार करोड़ रुपये की दरकार

खुदकुशी नहीं रुक रहीं
* 15356 किसानों ने आत्महत्या की पिछले छह सालों में
* 1200 से अधिक किसानों ने खुदकुशी की 2019 में अक्तूबर तक

सहकारी संघों का बुरा हाल
* 38,342  करोड़ रुपये कर्ज फंसा सहकारी बैंकों का
* 4355 करोड़ रुपये का पीएमसी बैंक घोटाला इसी साल

आरक्षण का मुद्दा
* 2014 में चुनाव से पहले एनसीपी-कांग्रेस ने मुस्लिमों को शिक्षा-रोजगार को 5% कोटा दिया
* भाजपा-शिवसेना सरकार आते ही कोटा खत्म, अब उद्धव के लिए यह बड़ी चुनौती होगा

सड़क परिवहन
* 50 हजार करोड़ रुपये से तैयार हो रहा मुंबई-नागपुर एक्सप्रेस वे
* दस हजार करोड़ पहले ही खर्च सो प्रोजेक्ट से पीछे हटना मुश्किल होगा

बुलेट ट्रेन
* मुंबई -अहमदाबाद के बीच एक लाख करोड़ का बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट भी चुनौती
* 05 हजार करोड़ देने हैं महाराष्ट्र को, भूमि अधिग्रहण का भी विरोध

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