इजरायल-हमास युद्ध : 25000 से ज्यादा की मौत..
Israel Hamas War 100 Days ….
मलबे में तब्दील गाजा, 25000 से ज्यादा की मौत… इजरायल-हमास युद्ध के 100 दिन बाद ऐसा है मंजर
Israel-Hamas War: इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध आज रविवार (14 जनवरी) को 100वें दिन में प्रवेश कर गया. हालांकि, इसके बावजूद इस युद्ध का कोई अंत नजर नहीं आ रहा है.
इजरायल हमास के बीच जारी युद्ध दशकों पुराने संघर्ष के इतिहास में इजरायलियों और फिलिस्तीनियों के बीच लड़ाई की अब तक का सबसे खूनी और सबसे विनाशकारी घटना मानी जा रही है. इजरायल हमास युद्ध की शुरुआत 7 अक्टूबर को हुई थी, जब फिलिस्तीन के चरमपंथी समूह हमास के लड़ाकों ने इजरायली शहर अश्क लोन में घुसकर हमला शुरू कर दिया था.
हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को हमला करने से एक रात पहले इजरायल के ऊपर 500 रॉकेट लॉन्चर दागे थे. उस दौरान हमास की ओर से किए गए हमले में 1200 इजरायलियों की मौत हो गई थी और लगभग 260 लोगों को बंदी बना लिया गया था. हमास के हमले के बाद इजरायल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी.
इजरायल हमास युद्ध के 100 दिनों के दौरान कई देशों ने दोनों के बीच मध्यस्थता कराने की कोशिश की. इसके बावजूद एकमात्र युद्ध विराम में बहुत देरी हुई. उस दौरान एक सप्ताह के युद्ध विराम के दौरान इजरायल और हमास ने अपने कब्जे में लोगों को रिहा किया. हमास के कब्जे में कैद 250 इजरायली नागरिकों में से 121 लोग रिहा हो गए, जबकि 136 अभी भी बंद है, जबकि 33 लोगों की मौत हो गई. वहीं एक सप्ताह के विराम के दौरान 240 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू युद्ध की शुरुआत से एक बात पर अड़े हैं. उनका कहना है कि वो तब तक युद्ध को खत्म नहीं करेंगे, जब तक वो हमास का जड़ से खात्मा न करे दें. इसके लिए उन्होंने अपनी सेना को गाजा पट्टी पर खुलकर हमला करने की छूट दे रखी है.
इजरायल गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर सैकड़ों हवाई हमले कर चुका है. इस दौरान कई आवासीय इमारत भी धराशायी हो चुकी हैं. इस दौरान हजारों की संख्या में आम फिलिस्तीनी नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया गया. इसकी संख्या 25 हजार के करीब पहुंच चुकी है.
हमास को इजरायल के खिलाफ युद्ध में कई इस्लामिक देशों का भी साथ मिला. इन देशों में कतर, ईरान, तुर्किए और पाकिस्तान प्रमुख हैं. हालांकि, चीन और रूस ने भी फिलिस्तीन का समर्थन किया है और इजरायली आक्रमण की घोर निंदा की है. वहीं इजरायल को समर्थन देने वाले देशों में भारत,अमेरिका समेत फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी शामिल हैं.
हमास ने गाजा पट्टी में सैकड़ों की संख्या में खुफिया सुरंग तैयार करके रखा हुआ है. इसकी जानकारी इजरायली सेना ने गाजा में जमीनी आक्रमण के दौरान दी. अब तक कई सुरंगों को ढूंढ निकाला है. इस दौरान 350 किलोमीटर लंबी सुरंग की भी खोज की थी, जो अब तक के खोजी गई सभी सुरंगों में सबसे लंबी है.
इजरायल हमास युद्ध के 100 दिन पूरे होने पर AP ने फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय इजरायली अधिकारियों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों और सहायता समूहों से प्राप्त आंकड़ों को जारी किया है. इस आंकड़ों में इजरायल हमास युद्ध में हुए जानमाल का ब्योरा दिया गया है.
इजरायल हमास युद्ध में अब तक अकेले सिर्फ गाजा में 23,708 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं दूसरी तरफ मरने वाले इजरायलियों की संख्या 1,300 से अधिक है. अगर घायलों के आंकड़ों पर नजर डालें तो ये और भयावह है. इस युद्ध में अब तक 60 हजार के करीब फिलिस्तीनी लोग घायल है. इसके अलावा इजरायलियों की संख्या 8 हजार के आस-पास है.
इजरायल हमास युद्ध में गाजा में विनाश का विकराल रूप देखने को मिला है. इस दौरान इजरायली हमले में अब तक 45-56 प्रतिशत घर पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं. गाजा में अस्पतालों पर भी काफी कहर बरपा है. गाजा में मौजूद कुल 36 अस्पतालों में से मात्र 15 अस्पताल आंशिक रूप से काम कर रहे हैं. इसके अलावा 121 एम्बुलेंस इजरायली हमले में खत्म हो चुकी हैं.
फिलिस्तीनी नागरिक विनाशकारी भुखमरी का सामना कर रहे हैं. फिलिस्तीनी सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 5 लाख 76,600 लोग भुखमरी से जूझ रहे हैं, जबकि गाजा में मौजूद 69 प्रतिशत से अधिक स्कूल भवन क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. इसकी वजह से 6 लाख 25 हजार लोग स्कूल से वंचित हो चुके हैं.
गाजा में इजरायली हमले में अब तक 142 मस्जिदें, 3 चर्च पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. इसके अलावा वहां पर मौजूद कई रिफ्यूजी कैंप भी बर्बाद हो चुके हैं. इजरायल गाजा पर अब तक 14,000 रॉकेट दाग चुका है और 29,000 बम बरसा चुका है.
इजरायल ने गाजा पर हमला करने से पहले फिलिस्तीनियों को गाजा पट्टी खाली करने का आदेश दिया था. इसकी वजह से 1.8 मिलियन लोग विस्थापित हो चुके हैं. वहीं 249,263 इजरायली लोग भी उत्तरी और दक्षिणी सीमा से विस्थापित हुए हैं.